जयपुर , अक्टूबर 10 -- राजस्थान में प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने राज्य की भारतीयय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए उसे चेताया है कि वह सत्ता के मद में चूर होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर ज्यादती नहीं करे, उसकी तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
श्री जूल ने शुक्रवार को सेंट्रल जेल में एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड तथा अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार के दवाब में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के विरूद्ध में नाजायज मुकदमें लगाये गये हैं, जो अपराध इन्होंने किया ही नहीं, उन धाराओं में इन्हें बंद किया गया है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस अपनी स्थापना के एक सौ वर्ष पूरे करने पर शताब्दी वर्ष मना रहा है लेकिन देश की आजादी के संघर्ष में इनका कोई योगदान नहीं रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है, इसका मतलब यह तो नहीं कि देश के कानून और संविधान को नहीं माना जायेगा और तानाशाहीपूर्वक शासन होगा।
श्री जूली ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरएसएस यूनिवर्सिटी में पथ संचलन करके विद्या के मन्दिर को राजनीतिक अखाडा बनाना चाहती है, इसको लेकर हमारे कार्यकर्ताओं का विरोध था। इसी वजह से आरएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा हमारे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई और उन पर झूठे मुकदमें लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया। जो अपराध इन्होंने किया ही नहीं, उन धाराओं में इनके खिलाफ मुकदमें दर्ज किये गये हैं और अब तानाशाही के चलते इनकी जमानत तक नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के युवाओं को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनकी जमानत टालने के लिये पुलिस को निर्देश देकर इनकी केस डायरी भी कोर्ट में पेश नहीं होने दी, जिससे इनकी जमानत नहीं हो सकी।
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