चेन्नई , दिसंबर 25 -- तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 70 किलोमीटर दूर परमाणु ऊर्जा विभाग कल्पक्कम केंद्र ने अपनी आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया योजना के तहत साइट आपातकालीन अभ्यास आयोजित किया।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार केंद्र में हर साल होने वाला यह अभ्यास बुधवार शाम आयोजित किया गया। इस अभ्यास का मकसद केंद्र की तैयारी और संयंत्र प्रबंधन की प्रतिक्रिया को किसी भी दूरस्थ आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जांचना है। हालांकि परमाणु ऊर्जा संयंत्र में ऐसी घटना होने की संभावना बहुत कम है, क्योंकि संयंत्र की संरचना और संचालन में 'सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन किया जाता है।
इस अभ्यास की देखरेख कल्पक्कम आपातकालीन समिति (केईसी) ने की जिसके प्रमुख मद्रास परमाणु शक्ति स्टेशन के स्टेशन निदेशक एम सेशैया हैं। वह साइट के आपातकालीन निदेशक भी हैं। यह अभ्यास पूर्व सूचना के बिना किया गया था।
अभ्यास में साइट कर्मियों को उनकी संबंधित यूनिट्स में सुरक्षित जगह पर ले जाना, घायल व्यक्ति का तात्कालिक मॉक उपचार, कर्मियों को स्थिर आयोडीन टैबलेट (प्रतीकात्मक रूप में टॉफी) देना, सभी गैर-जरूरी कर्मियों को साइट से बाहर निकालना, साइट के अंदर व्यक्ति और दूषित वाहन का मॉक परिशोधन और प्रभावित व्यक्ति की आईआरएमएफ में मॉक परिशोधन आदि शामिल थे।
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