सुकमा , अक्टूबर 13 -- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के छिन्दगढ़ तहसील में सरकारी कार्यों के नाम पर ग्रामीणों से रुपये वसूलने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। सर्व आदिवासी समाज ने तहसीलदार सहित पाँच अधिकारियों और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपी है और एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोमवार को छिन्दगढ़ ब्लॉक के ग्रामीणों और सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुँचकर अपर कलेक्टर को शिकायत पत्र सौंपा। शिकायत में छिन्दगढ़ तहसीलदार इरशाद अहमद खान, थाना प्रभारी सुरेंद्र यादव, लिपिक नितिन जामनिक और गोरली की पटवारी कुमारी तिरपति राणा सहित अन्य कर्मचारियों पर नामांतरण, मुआवजा वितरण, सीमांकन और सर्पदंश मुआवजे जैसे कार्यों के लिए रुपये की मांग करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
शिकायत में पीड़ित ग्रामीणों के नाम और भुगतान की गई रकम का विस्तृत ब्यौरा दर्ज है, जिसमें सुक्का कवासी और भीमा कवासी जैसे ग्रामीणों से 70,000-70,000 रुपये वसूलने का उल्लेख है। कई मामलों में ग्रामीणों को अपना खेत बेचकर भुगतान करना पड़ा, जबकि कुछ गरीब परिवार मुआवजा तक नहीं ले पाए।
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