बैतूल , दिसंबर 23 -- रोजगार की तलाश में कर्नाटक गए 16 मजदूरों की पीड़ा आखिरकार खुशियों में बदल गई। थाना बीजादेही पुलिस की त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई से कर्नाटक में फंसे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घर वापस लाया गया। यह कार्रवाई अंतरराज्यीय समन्वय और मानवीय दृष्टिकोण का सराहनीय उदाहरण बनी।

ग्राम फोफ्लिया, थाना बीजादेही के मजदूरों को राकेश वंशकार निवासी टिमरनी तथा शांरग ठेकेदार निवासी धारणी, महाराष्ट्र के माध्यम से कर्नाटक के बीजापुर जिले की तहसील सिंदगी स्थित ग्राम कंकड़मेली में गन्ना कटाई के कार्य पर भेजा गया था। वहां खेत मालिक कल्याण कुमार द्वारा मजदूरी की कम राशि दी जा रही थी। प्रतिकूल परिस्थितियों से परेशान होकर सात मजदूर किसी तरह लौट आए, जबकि शेष मजदूर महिलाएं और बच्चों सहित वहीं फंसे रह गए। वहां भोजन और पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री वीरेंद्र जैन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी के मार्गदर्शन में एसडीओपी शाहपुर श्री मयंक तिवारी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। कर्नाटक के बीजापुर पुलिस अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर टीम को सिंदगी भेजा गया। स्थानीय पुलिस के सहयोग से खेत मालिक से चर्चा कर सभी मजदूरों को सुरक्षित थाना सिंदगी लाया गया।

कुल 16 लोगों में 5 पुरुष, 4 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल थे, जिन्हें बस द्वारा कलबुरगी रेलवे स्टेशन तथा वहां से रेल मार्ग से इटारसी लाकर सोमवार को थाना बीजादेही पहुंचाया गया। बाद में सभी मजदूरों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। घर लौटते समय मजदूरों के चेहरों पर राहत और भरोसे की झलक साफ दिखाई दी।

पुलिस अधीक्षक श्री वीरेंद्र जैन ने इस कार्रवाई को पुलिस की संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता का प्रतीक बताया। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि रोजगार के नाम पर बाहर जाने से पहले ठेकेदार की पूरी जानकारी और लिखित दस्तावेज अवश्य जांचें तथा किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत पुलिस या डायल 112 से संपर्क करें।

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