कलबु्र्गी , अक्टूबर 01 -- कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि राज्य के कलबु्र्गी, बीदर, यादगीर और विजयपुरा जिलों में 117 गांव गंभीर रूप से बाढ़ की चपेट में हैं और गांववासियों की सहायता के लिए 80 देखभाल केंद्र खोले गये हैं।
उन्होंने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा, "क्षेत्र में भारी बारिश और महाराष्ट्र से छोड़े गये पानी के कारण आपदा और गंभीर हो गयी है।"श्री सिद्धारमैया ने कहा कि बाढ़ ने कृषि क्षेत्र को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। एक अनुमान के मुताबिक 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसलें नष्ट हो गयी हैं। विजयपुरा, बागलकोट, यादगीर, बीदर, रायचूर, गड़ग, कलबु्र्गी और धारवाड़ सहित आठ जिलों में 95 प्रतिशत फसल नुकसान की सूचना है। उन्होंने कहा, "संयुक्त सर्वेक्षणों ने अब तक केवल पांच लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया है और सर्वेक्षण पूरा होने के बाद मुआवजा सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित किया जाएगा।"श्री सिद्धारमैया ने कहा कि प्रभावित आबादी के सहयोग के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और कर्नाटक सरकार ने 2,000-2,500 करोड़ रुपये के संयुक्त राहत पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने कहा, "अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं ताकि समय पर राहत प्रदान की जा सके और किसानों की समय रहते मदद की जा सके।"श्री सिद्धारमैया ने कल उत्तरी जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और हवाई सर्वेक्षण के बाद मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कलबु्र्गी, बीदर, यादगीर और विजयपुरा में स्थिति का आकलन किया, जहां वर्तमान में 117 गांव प्रभावित हैं।
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