चेन्नई, सितंबर 28 -- तमिलनाडु के करूर में अभिनेता और तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) के अध्यक्ष विजय की कल की रैली में हुयी भगदड़ में घायल एक और व्यक्ति की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या रविवार को बढ़कर 40 हो गयी।
मृतकों में 10 बच्चे, 17 महिलाएं और 13 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा सत्तारूढ़ द्रमुक और मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
तमिलनाडु स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम और अन्नाद्रमुक के महासचिव एडाप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) के बीच इतने सारे लोगों की मौत की जिम्मेदारी तय करने को लेकर आराेप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।
श्री पलानीस्वामी ने राज्य सरकार और पुलिस को विपक्ष की रैली के लिये संकरा मार्ग निर्धारित करने तथा पुलिस की तैनाती कम करने में हुई घोर चूक के लिये दोषी ठहराया।
उन्होंने कहा कि इसका स्पष्ट सबूत है कि सुरक्षा में चूक हुई और मीडिया रिपोर्ट भी कह रही कि बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण भगदड़ मचने से अफरा-तफरी मच गयी।
श्री पलानीस्वामी ने करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों से मिलने और पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को भीड़ का आकलन करना चाहिए था और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करनी चाहिए थी। लोग राजनीतिक रैलियों में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पार्टी, पुलिस और सरकार पर भरोसा करते हुए आते हैं। लेकिन पुलिस दो अलग-अलग पैमाने अपना रही है- एक सत्ताधारी दल के लिये और दूसरा विपक्ष के लिये। ऐसी त्रासदी कहीं नहीं हुई है और उस हादसे को टाला जा सकता था।
उन्होंने टीवीके को भी व्यवस्थित तरीके से रैलियां आयोजित करने में प्रमुख दलों से सीखने की भी सलाह दी।
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