नयी दिल्ली , अक्टूबर 13 -- विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और कनाड़ा के बीच द्विपक्षीय संबंधों में लगातार प्रगति हो रही है और भारत संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के लिए सकारात्मक सोच से आगे बढ रहा है। भारत और कनाड़ा के विदेश मंत्रियों ने सोमवार को यहां विस्तार से बैठक की और व्यापार, निवेश, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, असैन्य परमाणु सहयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, महत्वपूर्ण खनिजों और ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत की तीन दिन की यात्रा पर आई कनाड़ा की विदेश मंत्री अनीता आनंद और विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत का दृष्टिकोण सकारात्मक सोच के साथ आगे बढना है।
डा. जयशंकर ने वार्ता के दौरान अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंधों में लगातार प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, " हम अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्रों को फिर से स्थापित और सक्रिय करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री कनाड़ा के प्रधानमंत्री कार्नी के साथ कनानसकीस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की बात को दोहराया और कहा कि भारत का दृष्टिकोण सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है। विदेश मंत्री ने कहा कि आज सुबह प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान भी आपको भारत के दृष्टिकोण और उसे साकार करने की सकारात्मक सोच का पता चला होगा।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने व्यापार, निवेश, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, असैन्य परमाणु सहयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, महत्वपूर्ण खनिजों और ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है।
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