जयपुर , अक्टूबर 12 -- पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने रविवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) एवं हरियाणा प्रभारी डा सतीश पूनियां की विधायक कार्यकाल (2018-2023) पर आधारित पुस्तक 'अग्निपथ नहीं जनपथ' (संवाद से संघर्ष) का विमोचन किया।
इस अवसर पर श्री कटारिया के मुख्य अतिथि के अलावा भीलवाड़ा जिला प्रमुख बरजी बाई भील ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद थे। इस मौके प्रदेशभर से मंत्री, विधायक, पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, संपादक, पत्रकार, लेखक, उद्यमी, शासन प्रशासन एवं आमजन भी मौजूद थे।
यह आयोजन राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर एवं वेरा प्रकाशन, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। इस अवसर पर वक्ताओं ने भारत के मजबूत लोकतंत्र की प्रशंसा करते हुये कहा कि विचारधाराएं अलग हो सकती हैं लेकिन जनहित में सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए, इस बात का सभी से आह्वन किया।
श्री राजेन्द्र राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि अग्निपथ पर तपे बिना जनपथ नहीं मिलता, अग्निपथ पर चलकर जो कुंदन की तरह तपता है, वही जनपथ तक पहुंचता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अग्निपथ पर चलकर देश के शीर्ष तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पक्ष के रूप में सतीश पूनियां विराजे हैं, प्रतिपक्ष के रूप में टीकाराम जूली विराजे हैं, निष्पक्ष के रूप में राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया विराजे हैं, एक धरा के रूप में भीलवाड़ जिला प्रमुख बरजी बाई भील विराजी हैं, यह बहुत विरला मौका है जो लंबे अरसे बाद मिला है।
श्री जूली ने कहा कि सतीश पूनियां, राजेंद्र राठौड़, गुलाबचंद कटारिया, घनश्याम तिवाड़ी जैसे नेताओं की विधानसभा में कमी महसूस की जा रही है क्योंकि इन नेताओं से उन्होंने काफी कुछ सीखा है, इन नेताओं का विधानसभा में समय पर आना समय पर जाना प्रत्येक बैठक में शामिल होना, प्रत्येक मुद्दे पर तथ्यात्मक तरीके से अपनी बात कहना सदन की मर्यादाओं का ध्यान रखना, इन वरिष्ठ नेताओं की यह विशेषता थी जिन्हें देखकर सदन में पहली बार आया विधायक भी काफी कुछ सीखता था।
श्री मदन राठौड़ ने कहा कि श्री कटारिया राजनीति के आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि सतीश पूनियां कुशल संगठनकर्ता हैं पार्टी की मजबूती के लिये प्रदेश में उन्होंने खूब काम किया। उनकी कई खूबियों का तो उन्हें पहले से पता था लेकिन उनकी यह किताब देखकर उन्हें आज महसूस हुआ कि वह एक अच्छे लेखक भी हैं।
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