नयी दिल्ली, सितंबर 26 -- दक्षिण-पश्चिम दिल्ली साइबर थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके तार कंबोडिया में सक्रिय धोखेबाजों से जुड़े पाए गए हैं।
पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से चार अत्याधुनिक मोबाइल फ़ोन बरामद किए हैं। यह गिरोह नकली ट्रेडिंग ऐप बनाकर लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहा था।
दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने शुक्रवार बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बुलंदशहर निवासी मनीक अग्रवाल (25) ,अब्दुल्ला उर्फ लूसिफर (23) , मोहम्मद आमिर उर्फ रॉकी (26) और शनमियां खान के रूप में हुई है।
शिकायतकर्ता टी. सिंह ने बताया कि 10 जून 2025 को उन्हें '101 शून्य वेल्थ सर्किल' नामक एक व्हाट्सऐप समूह में जोड़ा गया, जहाँ अनाया कपूर नामक महिला ने स्वयं को एक बड़े निवेश अधिकारी का सहायक बताकर निवेश में लाभ का झांसा दिया। आरोपी ने विश्वास जीतने के लिए 5,000 शिकायतकर्ता के खाते में भेजे और बाद में नकली आईपीओ आवंटन व फर्जी ऋण प्रविष्टि दिखाकर दबाव बनाया। 11 अगस्त को शिकायतकर्ता को 8.04 लाख का भुगतान करना पड़ा, जिसके बाद निकासी रोक दी गई।
मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी निगरानी, डिजिटल सुराग और धन के प्रवाह की गहन जाँच से आरोपियों का पता लगाया गया। सबसे पहले मनीक अग्रवाल को बुलंदशहर से पकड़ा गया। पूछताछ में उसके साथियों अब्दुल्ला और आमिर के नाम सामने आए, जिन्हें क्रमशः खुर्जा और अलीगढ़ से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद शनमियां खान को इंदौर से पकड़ा गया, जो विदेश से संचालित 'जैक' नामक व्यक्ति से संपर्क में था।
बरामद मोबाइल फ़ोनों में आपत्तिजनक चैट, ईमेल और अन्य डिजिटल प्रमाण मिले हैं। तकनीकी जाँच से यह भी स्पष्ट हुआ कि ठगी के लिए प्रयुक्त व्हाट्सऐप नंबर कंबोडिया से सक्रिय थे।
इनके पास से चार अत्याधुनिक मोबाइल फ़ोन जिनमें ठगी के प्रमाण, संदेश और लेन-देन के विवरण मिले हैं।
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