भुवनेश्वर , दिसंबर 24 -- ओडिशा उच्च न्यायालय ने सहायक अनुविभागीय अधिकारी (एएसओ) के पदों के लिए आयोजित मुख्य लिखित परीक्षा को रद्द करने और उसे फिर से आयोजित करने को लेकर एक निजी एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है तथा उसे उच्च न्यायालय या उसके अधिकार क्षेत्र के अदालतों की परीक्षा प्रक्रिया में भाग लेने से रोक दिया है।

उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (न्यायिक) की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, इस अवधि के दौरान एजेंसी को इस न्यायालय और इसके अधिकार क्षेत्र के सभी अदालतों द्वारा किए गए किसी भी काम में, सीधे अपने नाम से या अप्रत्यक्ष रूप से किसी अन्य नाम या पदनाम के तहत भाग लेने या बोली लगाने से रोक दिया गया है। एजेंसी ने 13 जुलाई, 2025 को मुख्य लिखित परीक्षा आयोजित की थी। जांची हुई उत्तर पत्रक न्यायालय में जमा करने के बाद यह देखा गया कि परीक्षा सही तरीके से आयोजित नहीं हुई थी। एजेंसी गोपनीयता बनाए रखने में नाकाम रही, जिससे पूरी भर्ती प्रक्रिया की पवित्रता से समझौता हुआ।

गौरतलब है कि सिलिकॉन टेक्सलैब प्राइवेट लिमिटेड को एएसओ 2024 के पद पर भर्ती के लिए मुख्य लिखित परीक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर एप्लीकेशन टेस्ट आयोजित करने के लिए अधिकृत किया गया था। कंपनी को अब इस अदालत और इसके अधिकार क्षेत्र के सभी अदालतों की ऐसी गतिविधियों में भाग लेने से पांच साल की अवधि के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि सिलिकॉन टेक्सलैब प्राइवेट लिमिटेड पुलिस उप निरीक्षक के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया में कथित तौर पर गड़बड़ी करने के लिए जांच के दायरे में आ गई है। पुलिस एसआई भर्ती में कथित गड़बड़ियों की अभी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रही है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे ओडिशा पुलिस भर्ती बोर्ड (ओपीआरबी ) ने परीक्षा कराने का काम आईटीआई लिमिटेड को दिया था, जो एक सेंट्रल पब्लिक सेक्टर की कंपनी है, जिसने बाद में परीक्षा प्रक्रिया का उप अनुबंध भुवनेश्वर की सिलिकॉन टेक्सलैब को दे दिया था।

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