जशपुर , नवंबर 26 -- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गौवंश तस्करी के खिलाफ पुलिस द्वारा संचालित ऑपरेशन शंखनाद के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस ने तस्करी के लिए अपनाए गए एक बिल्कुल नए और चौंकाने वाले तरीके का पर्दाफाश किया। पशु तस्कर पिकअप वाहन में टमाटर की सब्जी की आड़ लेकर गौवंशों की तस्करी कर रहे थे।
थाना फरसाबहार क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पमशाला स्थित पमशाला चौक के पास यह पूरा घटनाक्रम सामने आया, जब मंगलवार तड़के करीब तीन बजे थाना पुलिस को मुखबिर तंत्र से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक सफेद रंग की पिकअप वाहन भारी संख्या में गौवंशों को क्रूरतापूर्वक ठूंस-ठूंस कर भरा गया है और पुलिस को धोखा देने के लिए उनके ऊपर शेड बनाकर टमाटर से भरे कैरेट रखे गए हैं, ताकि जांच के दौरान यह सामान्य सब्जी परिवहन का मामला प्रतीत हो।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से बुधवार को मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को पीछे आते देख पिकअप चालक वाहन को तेज गति से भगाने लगा लेकिन ग्राम पमशाला चौक के समीप वाहन असंतुलित होकर खेत में उतर गया, जिसके बाद चालक अंधेरे का फायदा उठाकर वाहन छोड़कर भाग निकला। पुलिस मौके पर पहुंची तो सबसे ऊपर टमाटर से भरी कैरेट रखी मिली, जिन्हें जब हटाया गया तो नीचे एक अस्थायी शेड के भीतर 13 नग गौवंश बेरहमी से भरे हुए मिले। इनमें से एक गौवंश की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी, जिसका पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने विधिवत अंतिम संस्कार किया। बाकी 12 जीवित मवेशियों को मुक्त कराते हुए उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पशु चिकित्सक को बुलाया गया, तत्काल उपचार के बाद उन्हें सुरक्षित बताया गया।
पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त पिकअप वाहन को मौके से जब्त कर लिया है और वाहन के पिकअप नंबर के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास लगातार जारी है। तस्करी के इस कृत्य के खिलाफ थाना फरसाबहार में भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 और छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धाराओं 4, 6, 10 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच-विवेचना में लिया गया है।
कार्रवाई को सफल बनाने में उप निरीक्षक सुरजन राम पोर्ते, सहायक उप निरीक्षक भीमसेंट टोप्पो, आरक्षक नीरज तिर्की और साथ ही आरक्षक ईश्वर साय की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिन्होंने सूचना की तस्दीक, वाहन ट्रेस, पीछा और पशुओं को सुरक्षित निकालने में सक्रिय योगदान दिया। इस अभियान के बाद जिले में गौ तस्करी के खिलाफ पुलिस सक्रियता की चर्चा तेज हो गई है।
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