लखनऊ , अक्टूबर 7 -- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने ऑनलाइन गेमिंग/लाटरी स्कैम करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को कानपुर से गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गए सदस्यों के पास से पांच मोबाइल फोन,तीन लैपटाप, तीन एटीएम कार्ड, दो पैन कार्ड और तीन आधार कार्ड बरामद किये गये है।

पुलिस ने बताया कि एसटीएफ को बीते कई दिनों सूचना मिल रही थी कि ऑनलाइन गेमिंग/लॉटरी स्कैम करने वाले संगठित गिरोह वेबसाइट बनाकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अवैध रूप से संचालित की जा रही है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों / इकाईयों को आवश्यक कार्यवाही के लिये निर्देशित किया गया था। इस दौरान एसटीएफ को पता चला कि कानपुर नगर के किदवई नगर क्षेत्र में कुछ लोग https://playbhagyalaxmi.net.in/ बनाकर आनलाइन गेमिंग / लाटरी वेबसाइट उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अवैध रूप से संचालित की जा रही है।

इस मामले में तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर विश्लेषण एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए सोमवार को एसटीएफ टीम द्वारा संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को थाना क्षेत्र किदवई नगर कानपुर नगर से गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों रजत केशरी और किशन केशरी ने पूछताछ में बताया कि वे दोनो सगे भाई हैं। कुछ वर्ष पूर्व कानपुर में नौकरी करने के बाद वर्ष 2022 में अपने मौसा महेन्द्र केशरी के पास पूना महाराष्ट्र चले गये। वहां राजनीश कुमार दूबे निदेशक वेबट्रान टेक्नालॉजी प्रालि के माध्यम से https://playbhagyalaxmi.net.in/ वेबसाइट बनवायी गयी। इसी वेबसाइट के माध्यम से हम लोग आनलाइन गेमिंग / लाटरी का काम करने लगे। हम लोग अलग अलग जगहो पर काउंटर चलवाते हैं। जहां पर जीतने पर दस गुना धन देने का लालच दिया जाता है।

वही पर कस्टमर आकर या व्हाटसएप के माध्यम से 0 से 9 नम्बर तक के टिकट बुक करते हैं। फिर काउंटर चलाने वाले उसको अलग अलग व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजते हैं। जिसके बाद हम लोगों द्वारा thefun.co.in पर यह डेटा फीड कर दिया जाता है। इसके 20 मिनट बाद जिस नम्बर का टिकट सबसे कम खरीदा गया होता है, साफ्टवेयर के माध्यम से https://playbhagyalaxmi.net.in/ वेबसाइट पर वही नम्बर का रिजल्ट प्रकाशित कर दिया जाता है।

अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों द्वारा कूटरचित दस्तावेज बनाकर सिमकार्ड खरीदा जाता है। जिनका प्रयोग व्हाट्सएप एकाउंट बनाने के लिए किया जाता है। इन्ही व्हाट्सएप एकाउंट का प्रयोग कर ग्रुप बनाये जाते है। जिसके माध्यम से आनलाइन गेमिंग / लाटरी का अवैध काम आसानी से करते हुए अवैध तरीके से धनार्जन किया जाता है।

उन्होंने बताया कि महेन्द्र केशरी के कहने पर ही कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर कई फर्म बनायी हैं। इन्ही फर्मों के नाम से बैंक खाते खोले गये हैं, जिनमें इस ठगी से आने वाले रूपयों का लेनदेन किया जाता है। यह काम उत्तर प्रदेश के जनपद वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, प्रयागराज, कानपुर आदि शहरों के अलावा अन्य प्रदेशों में भी संचालित किया जा रहा है।

एसटीएफ के अनुसार इस गिरोह को मुख्य रूप से महेन्द्र केशरी, संदीप कटारिया, शिवम केशरी, सत्यम केशरी पूने, संदीप पाठक प्रयागराज द्वारा पिछले कई वर्षों में संचालित किया जा रहा है। इस गिरोह द्वारा राज्य सरकार को करोड़ों रूपयों की राजस्व क्षति पहुंचायी गयी है। अभियुक्तों द्वारा दी गयी जानकारी के माध्यम से गिरोह के अन्य सदस्यो की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।

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