लखनऊ/बरेली , नवंबर 27 -- एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय वन्यजीव तस्करी गिरोह को एक बड़े ऑपरेशन में बेनकाब करते हुए 300 अदद रोजरिंग प्रजाति के तोतों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शुक्रवार को बरेली जिले के थाना सीबीगंज क्षेत्र स्थित रामपुर मार्ग पर कैम्फुट फैक्ट्री के सामने की गई है।
एसटीएफ की तरफ से गिरफ्तार अभियुक्तों में अरसलान पुत्र शाकिर निवासी बरेली गेट रामपुर और शाकिब पुत्र शानू निवासी मीरगंज, बरेली शामिल हैं। इनके कब्जे से 300 तोतों के अलावा एक हुंडई कार , दो मोबाइल फोन और 830 नकद बरामद किए गए।
एसटीएफ के अधिकारियों को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ तस्कर पश्चिम बंगाल व असम से दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों को अवैध रूप से खरीदकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों में ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इस इनपुट की पुष्टि होते ही एसटीएफ की टीम ने बरेली क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाई।
इसी क्रम में आज सुबह विश्वसनीय सूचना पर एसटीएफ टीम ने रामपुर रोड से गुजर रही संदिग्ध कार को रोक लिया। तलाशी में कार से बड़ी तादाद में तोते भरे हुए क्रेट मिले। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इन पक्षियों को बांग्ला स्रोतों से 400-500 प्रति तोता के हिसाब से खरीदते थे और दिल्ली व हरियाणा के व्यापारियों को ऊंचे दामों पर बेचते थे। वे कई बार इस रास्ते तस्करी कर चुके थे।
तस्करों ने यह भी बताया कि संकटग्रस्त प्रजातियों के इन तोतों की मांग पालतू पक्षी बाजार में काफी अधिक है। यह पूरा नेटवर्क पश्चिम बंगाल से शुरू होकर यूपी के विभिन्न जिलों में सक्रिय एजेंटों के माध्यम से संचालित हो रहा है।
गिरफ्तार तस्करों के विरुद्ध रेज बरेली वन क्षेत्र अंतर्गत केस नंबर 20/2025-26 के तहत वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9/44/48H/49B/51 तथा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41/42/52/52D-2(4) में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। बरामद पक्षियों को वन विभाग की कस्टडी में सुरक्षित रखा गया है।
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