जयपुर , अक्टूबर 07 -- राजस्थान मानव अधिकार आयोग ने जयपुर के सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल में हाल के हादसों और मरीजों की मौतों पर गंभीर चिंता जताई है।

आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति जी.आर. मूलचंदानी ने मंगलवार को स्वतः संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा विभाग और पुलिस आयुक्त से रिपोर्ट मांगी है।

आयोग ने कहा कि एसएमएस अस्पताल राज्य ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए भी जीवन-रक्षक केंद्र है। ऐसे में आगजनी, ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने और चिकित्सकीय त्रुटियों जैसी घटनाएं मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं।

पिछले दिनों ट्रॉमा सेंटर के सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में आग लगने, शिशु वार्ड में लापरवाही से मौतें और अन्य हादसों के उदाहरण देते हुए आयोग ने माना कि बार-बार की घटनाएं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाती हैं।

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