चेन्नई , अक्टूबर 5 -- मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा गठित विशेष जाँच दल (एसआईटी) ने 27 सितंबर को अभिनेता और तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) प्रमुख विजय की रैली में मची भगदड़ के बारे में जानकारी जुटाने के लिये त्रासदी स्थल वेलुसामीपुरम से रविवार को अपनी जाँच शुरू की।

उस भगदड़ में 10 बच्चों समेत 41 लोगों की मौत हुयी थी।

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी असरा गर्ग, आईजी (उत्तरी क्षेत्र) के नेतृत्व में जांच दल ने इलाके का निरीक्षण किया और प्रत्यक्षदर्शियों और जनता से पूछताछ की।

न्यायमूर्ति एन सेंथिलकुमार ने स्थानीय पुलिस की जाँच पर असंतोष व्यक्त करते हुए एसआईटी का गठन करने का आदेश दिया है। अदालत ने विजय के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए पुलिस की भी खिंचाई की जो हादसे के बाद घटनास्थल से भाग खड़े हुये थे और अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं।

त्रासदी के बाद से विजय अपने घर पर ही हैं और उन्होंने अपने बयान में कहा है कि सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी। विल्लुपुरम शहर में अभिनेता के समर्थन में पोस्टर लगाए गये हैं जो अपने समर्थकों और प्रशंसकों के लिए 'थलपति' (जनरल) हैं।

पोस्टरों पर "हम थलपति के साथ हैं" और "थलपति की रक्षा करें और तमिलनाडु को बचाएँ" जैसे नारे लिखे थे। पोस्टरों में भगदड़ पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की गयी है।

यह हादसा उस समय हुआ जब विजय अपने जनसम्पर्क अभियान के तहत वेलुसामीपुरम हाईवे पर अपने कारवां वाहन से एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे। उनके आगमन में सात घंटे की देरी हुयी थी और सुबह से ही इंतज़ार कर रही भीड़ ने विजय के भाषण शुरू करते ही उन पर जूते फेंके । उनके जाने के बाद मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गयी और 116 अन्य घायल हो गये थे।जिनमें से चार का अभी भी इलाज चल रहा है।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक जाँच आयोग के गठन की घोषणा की जिन्होंने करूर में दो दिनों तक मौके पर जाँच की।

इस त्रासदी के बाद सत्तारूढ़ द्रमुक और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अन्नाद्रमुक और भाजपा के साथ-साथ पट्टाली मक्कल काच्चि (पीएमके) और अन्य दलों ने हादसे की सीबीआई जाँच की माँग की है।

इस बीच मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा अग्रिम ज़मानत याचिका खारिज किए जाने के बाद टीवीके महासचिव और सीटीआर उप महासचिव निर्मल कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। टीवीके करूर ज़िला सचिव मथियालगन और एक अन्य पदाधिकारी पौनराज को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि टीवीके नमक्कल ज़िला सचिव सतीश कुमार फरार है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित