सहारनपुर , नवंबर 27 -- भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार गुप्ता के निर्देशों पर सघन मतदाता पुनर्रीक्षण अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों के मुकाबले में गति काफी सुस्त है। सहारनपुर जनपद में आज दोपहर दो बजे तक 54.96 फीसद फार्म भरे जा सके हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी श्रवण कुमार त्यागी ने बताया कि हर दो घंटे बाद अपग्रेड किया जा रहा है।
सिटी मजिस्ट्रेट कुलदीप सिंह ने बताया कि सहारनपुर नगर में बीएलओ को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। लोगों का अपेक्षित समर्थन नहीं मिल पा रहा है। अलबत्ता मुस्लिमों में काफी जागरूकता और सक्रियता दिख रही है। लेकिन गैर मुस्लिम इलाकों में बीएलओ कई-कई बार लोगों के घरों पर जा रहे हैं। कुछ मामलों में तो लोगों ने कई बीएलओ के साथ अभद्रता भी की है।
चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश की समीक्षा में सहारनपुर प्रदेश के सबसे अच्छे परफार्म करने वाले पांच जिलों में शामिल हैं। चित्रकूट जिला भी इनमें शामिल है। जबकि प्रयागराज, उन्नाव, गोंडा, बागपत बेहद ही फिसड्डी हैं। प्रयागराज में मुश्किल से 25 फीसद ही फार्म भरे जा सके हैं। यह अभियान चार दिसंबर तक चलना है। उस लिहाज से कामकाज की गति काफी सुस्त है। हालांकि संबंधित अधिकारी और कर्मचारी भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
सहारनपुर में जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी मनीष बंसल पूरी तत्परता से इस अभियान को निर्धारित 4 दिसंबर की अवधि में पूरा कराने को प्रयासरत हैं। तहसीलों में उपजिलाधिकारी भी दिन-रात अभियान को सफल करने में जुटे हैं।कई बीएलओ के खिलाफ जिलाधिकारी ने सख्त कार्रवाई भी की है और लगातार उनको क्रियाशील बने रहने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है पर बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता सामने आ रहे हैं जिनके फार्म अभी तक नहीं भरे गए हैं।
देश और प्रदेश में जो राजनीतिक माहौल बना हुआ है और विपक्षी दल एसआईआर को आक्रमकता से निशाना बनाए हुए हैं। अखिलेश यादव और कई कांग्रेसी नेता उत्तर प्रदेश में भी चुनाव आयोग पर वोट चोरी जैसे तीखें आरोप लगा रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह सामने आ रही है कि भाजपा समेत कोई भी राजनीतिक दल जनप्रतिनिधि और उनके कार्यकर्त्ता इस अभियान में अपेक्षित भूमिका नहीं निभा रहे हैं।
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