बहराइच , अक्टूबर 12 -- उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के नरैनापुर सुमेरपुर गांव के मूल निवासी 18 वर्षीय अंतरिक्ष कुमार सिंह की पुणे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शुक्रवार को उनका शव हॉस्टल के कमरे में छत के कुंडे से लटकता मिला। परिवार ने आरोप लगाया है कि प्रशिक्षण के दौरान एक सीनियर कैडेट द्वारा लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसके चलते यह घटना हुई।
अंतरिक्ष के पिता रवि प्रताप सिंह रक्षा सुरक्षा कोर में हवलदार के पद पर गुवाहाटी में तैनात हैं। परिवार पिछले कई वर्षों से लखनऊ के तेजीबाग में रह रहा है। परिवार को जैसे ही घटना की सूचना मिली, मां सीमा सिंह सेंगर, मामा पिंकू सिंह और चाचा रावेंद्र प्रताप सिंह लखनऊ से पुणे के लिए रवाना हो गए, वहीं पिता गुवाहाटी से निकल चुके हैं।
अंतरिक्ष का चयन मई 2025 में भारतीय वायुसेना में हुआ था। एनडीए परीक्षा में उसने ऑल इंडिया रैंक 154 प्राप्त की थी और दो जुलाई 2025 से एनडीए में प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण शुरू किया था।
गांव में मौजूद दादा तेजपाल सिंह ने बताया कि अंतरिक्ष बेहद होनहार था और आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा, "संभावना है कि उसे इस कदम के लिए मजबूर किया गया हो।"अंतरिक्ष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आर्मी स्कूल लखनऊ से प्राप्त की थी। हाईस्कूल में स्कूल टॉपर रहा और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अव्वल रहता था। इसके अलावा अंतरिक्ष एक उभरते हुए लेखक भी था। उसने अब तक तीन पुस्तकें लिखी थीं, जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे फ्लिपकार्ट आदि पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
गांव में जैसे ही अंतरिक्ष की मौत की खबर पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार की महिलाएं गम में रोती-बिलखती रहीं। दादा तेजपाल सिंह ने फफकते हुए कहा, "पोता अंतरिक्ष बचपन से ही सेना में जाने का सपना देखता था, पर अब वह चला गया।" परिजनों ने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
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