नयी दिल्ली , नवंबर 24 -- राष्ट्रीय उद्योग अनुसंधान और विकास परिषद (एनआईआरडीसी) को सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) की भागीदारी और लोगों तक पहुंच बढ़ाने के लिए बुधवार को इंडऐप लॉन्च करेगी।
इसकी घोषणा सोमवार को यहां एनआईआरडीसी के अधिकारियों ने की। इस ऐप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय ब्रांड प्रतिस्पर्धी बनाने, भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों को वैश्विक पहचान दिलाने और एमएसएमई को विकसित भारत के दृष्टिकोण में योगदान करने में सक्षम बनाने के लक्ष्य के साथ तैयार किया गया है।
इस मौके पर एनआईआरडीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, शंभू सिंह ने कहा, "भौतिक पहुँच को डिजिटल समर्थन के साथ एकीकृत करके, इंडऐप पारदर्शिता, दक्षता और समावेशी भागीदारी को बढ़ावा देता है। यह हाइब्रिड जुड़ाव मॉडल सुनिश्चित करता है कि छोटे से छोटे उद्यम भी विकास और नवाचार के लिए व्यक्तिगत और आभासी दोनों रास्तों का लाभ उठाते हुए राष्ट्रीय और वैश्विक अवसरों तक पहुँच सकें।"वहीं, एनआईआरडीसी के उपाध्यक्ष ललित वर्मा ने कहा, "इंडऐप बहु-क्षेत्रीय, बहु-उपयोगिता मॉडल है। मौजूदा समय में देश को इस मॉडल की सबसे अधिक आवश्यकता है। नौकरशाही प्रक्रियाओं के माध्यम से पहुँच को केंद्रीकृत करने और नेविगेशन को सरल बनाने में यह ऐप कारगर है और सरकारी पहलों से लाभ उठाने के लिए आवश्यक समय और प्रयास को काफी कम कर देता है।"इस ऐप का 26 नवंबर को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री लॉन्च करेंगे। इस ऐप के माध्यम से अन्य मंत्रालय योजनाओं और अनुमतियों का लाभ उठाया जा सकता है।
गौरतलब है कि एनआईआरडीसी एमएसएमई द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करने वाली एक स्वायत्त संस्था है। एनआईआरडीसी ने इस ऐप को सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने और उद्यमियों की पूंजी तक पहुँच को सुगम बनाने से लेकर व्यवसाय की दृश्यता बढ़ाने और प्रशिक्षण के उदेश्य से तैयार किया है।
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