जयपुर , दिसम्बर 01 -- राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने एड्स से जुड़ी भ्रांतियां मिटाकर भेदभाव को दूर करने की जरुरत बताते हुए सोमवार को कहा कि इससे प्रभावित व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में सामान्य जीवन जीने का अवसर मिल सके, यह प्रयास हमें निरन्तर करते रहना है।

श्री खींवसर राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से 'विश्व एड्स दिवस' के अवसर पर हरिश्चन्द्र माथुर राज्य लोक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वास्थ्य को इंसान के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने का अधिकार है। फिर वह एचआईवी/एड्स से संक्रमित व्यक्ति ही क्यूं न हो। केवल देश में ही नहीं, अपितु पूरी दुनिया में सरकारें, विभिन्न सामुदायिक संस्थाएं, स्वैच्छिक संस्थाएं एवं गैर सरकारी संस्थाएं मिलजुल कर प्रयास करते हैं कि एचआईवी/एड्स के साथ जी रहे लोगों के अधिकारों की रक्षा हो ताकि वे समाज में सामान्य जीवन जी सकें। हम सबका भी यही प्रयास होना चाहिए कि हम इस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने के प्रयासों में सहभागी बनें।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदान की जा रही निःशुल्क सेवाओं एवं सुविधाओं का पूरा लाभ एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को मिले। विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एचआईवी/एड्स के साथ जी रहे लोगों के कल्याण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं और विभिन्न योजनाओं के तहत इन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। इसके फलस्वरूप राज्य में एचआईवी/एड्स से होने वाली मृत्यु दर में कमी आई है तथा नए संक्रमण के मामले भी कम हुए हैं।

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