अमृतसर , दिसंबर 21 -- गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में जनसंचार विभाग द्वारा सोमवार को रूसा 2.0 के तत्वावधान में "उभरते मीडिया और सतत भविष्य" विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) करमजीत सिंह और डीन ऑफ अफेयर्स प्रो. (डॉ.) पलविंदर सिंह ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सतत विकास, नैतिक पत्रकारिता और सूचित जनसंचार को बढ़ावा देने में मीडिया संस्थानों की जिम्मेदारी पर जोर दिया। यह सम्मेलन अमृतसर स्थित जनसंचार विभाग की प्रमुख प्रो. (डॉ.) वसुधा सांब्याल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया है।
मुख्य भाषण तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) बीपी संजय ने दिया, जिन्होंने समाज पर उभरती मीडिया प्रौद्योगिकियों के प्रभाव पर चर्चा की और जिम्मेदार और अनुसंधान-उन्मुख मीडिया प्रथाओं की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली के प्रोफेसर (डॉ.) आर. मनुकोंडा ने की और इसमें प्रख्यात शिक्षाविदों प्रोफेसर (डॉ.) अर्चना आर. सिंह, प्रोफेसर (डॉ.) बिंदू शर्मा और डॉ नम्रता जोशी द्वारा आमंत्रित वार्ताएं शामिल थीं, जिन्होंने सामाजिक परिवर्तन के लिए मीडिया शिक्षा, अनुसंधान और संचार पर विचार-विमर्श किया।
प्रोफेसर (डॉ.) उमेश आर्य की अध्यक्षता में आयोजित एक उद्योग-अकादमिक पैनल चर्चा में पीटीसी न्यूज, चंडीगढ़ के संपादक श्री दलीप सिंह और इंदर कुमार गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय (आईकेजीपीटीयू) जालंधर के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) रणबीर सिंह ने भाग लिया, जिन्होंने डिजिटल मीडिया के रुझानों और उद्योग-अकादमिक सहयोग पर बहुमूल्य जानकारी साझा की और छात्रों और विद्वानों के संदेहों को दूर किया।
डॉ. हरकीरणदीप कौर ने एक शोध पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने जनमत निर्माण और सरकारी नीतियों में बदलाव लाने में मीडिया की भूमिका पर बल दिया।
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