लखनऊ , नवंबर 28 -- उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को गति देने के लिए योगी सरकार कौशल विकास, उद्योग और रोजगार के त्रिकोणीय मॉडल को मजबूती से आगे बढ़ा रही है। इसी कड़ी में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने ने कहा कि योगी सरकार एक ऐसा मॉडल विकसित कर रही है जो उद्योगों को प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध कराने के साथ युवाओं को आर्थिक स्थिरता देगा।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन मुख्यालय, अलीगंज में विभागीय समीक्षा करते हुए मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि "प्रशिक्षण ही नहीं, युवाओं को रोजगार से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है।" उन्होंने कहा कि कौशल आधारित युवा शक्ति ही आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के संकल्प को मजबूत कर सकती है। इसके लिए सेवा मित्र पोर्टल को और उन्नत करने, अधिकाधिक आईटीआई एवं कौशल विकास मिशन के युवाओं को जोड़ने और व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया।
इस दौरान उन्होंने सभी योजनाओं को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया, ताकि उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य निर्धारित समय में हासिल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित युवाओं की रियल टाइम आउटकम ट्रैकिंग अत्यंत आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जाए कि किस संस्थान से प्रशिक्षित युवक वर्तमान में कहाँ कार्यरत हैं, उनकी कौशल वृद्धि कितनी हुई है और किस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हुआ है। डेटा कैप्चर की गुणवत्ता सुधारने और इसे रियल टाइम सिस्टम से जोड़ने के निर्देश दिए गए।
मंत्री ने कहा कि सेवा प्रदाताओं और आईटीआई छात्रों का एकीकरण उद्योगों से सीधा संपर्क स्थापित करेगा और युवाओं को तत्काल रोजगार अवसर मिलेंगे। उन्होंने प्राइवेट आईटीआई का डेटा भी शामिल करने के निर्देश दिए, ताकि राज्य के सभी प्रशिक्षित युवाओं की रोजगार स्थिति का संपूर्ण और पारदर्शी आकलन किया जा सके।
उन्होंने राजकीय आईटीआई को औद्योगिक भ्रमण की नियमित रिपोर्ट शासन को भेजने और औद्योगिक भ्रमण कैलेंडर तैयार कर तुरंत डेलॉइट से साझा करने का निर्देश दिया। स्किल मित्र पोर्टल पर छात्रों की प्लेसमेंट स्थिति को नियमित अपडेट करने तथा जिलों में प्लेसमेंट ड्राइव का अधिक प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया। मासिक बैठकें कर जमीनी चुनौतियों की पहचान और समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित