नयी दिल्ली, सितंबर 28 -- ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी-2025 में राज्य की मज़बूत व्यावसायिक संभावनाएं दिखी हैं और इसमें 1000 से अधिक एमओयू हस्ताक्षरित किये गये हैं ।
निर्यातकों के शीर्ष शीर्ष संगठन फियो ने रविवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि प्रदर्शनी के चौथे दिन तक 400 करोड़ रुपये के व्यापारिक पूछताछ दर्ज की गई थी।
इस प्रदर्शनी में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, केन्या, युगांडा, लेबनान सहित 88 देशों की भागीदारी दिखाई है और 2000 से अधिक घरेलू विक्रेताओं ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है।
प्रदर्शनी के चौथे दिन तक 1800 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदार-विक्रेता बैठकें हुईं जिनमें 6.1 करोड़ डॉलर (400 करोड़ रुपये ) के व्यावसायिक सौदों के बारे में बातचीत की गई है।
फियो का कहना है कि है कि उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (यूपीआईटीएस) 2025 का तीसरा संस्करण वैश्विक व्यापार मेल-मिलाप में नए मानक स्थापित करता जा रहा है। चौथे दिन तक, इस आयोजन ने विदेशी खरीदारों और भारतीय विक्रेताओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी, जिसके परिणामस्वरूप 1000 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए और 400 करोड़ रुपये की व्यापारिक पूछताछ उत्पन्न हुई।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) प्रदर्शनी ने अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों से महत्वपूर्ण रुचि प्राप्त की है, जिससे उत्तर प्रदेश की स्थिति एक अनूठे, उच्च गुणवत्ता वाले और विविध उत्पादों के केंद्र के रूप में और मजबूत हुई है, जिनमें मज़बूत निर्यात क्षमता है।
फियो के अध्यक्ष एस. सी. रल्हन ने कहा कि पिछले चार दिनों में, शो ने 1800 से अधिक बी2बी बैठकों को सफलतापूर्वक सक्षम किया है, जिसमें 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदार और उत्तर प्रदेश के 2000 से अधिक विक्रेता शामिल हुए। फियो का कहना है कि गति और बढ़ने की उम्मीद है और अनुमान लगाया जा रहा है कि 29 सितंबर तक चलने वाले इस आयोजन में 500 करोड़ रुपये से अधिक की व्यापारिक बातचीत होने की संभावना है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के निर्यातकों ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, फ़्रांस, इटली, जापान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, ब्राज़ील, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मेक्सिको, रूस, चीन और यूरोपीय संघ के खरीदारों के साथ बड़े सौदे किए हैं। ये अवसर अनेक क्षेत्रों में फैले हैं जैसे कि काला नमक चावल और अन्य ओडीओपी व जीआई टैग उत्पाद, महिला-नेतृत्व वाले उद्यम (टेक्सटाइल, परिधान, हस्तशिल्प, खादी, वस्त्र, चमड़ा और खाद्य प्रसंस्करण)। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के निर्यातकों ने आयुष, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा, मशीनरी, चिकित्सा उपकरण और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उभरते क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ बनाई है, जो राज्य की विकसित होती औद्योगिक क्षमताओं को रेखांकित करता है।
फियो अध्यक्ष श्री रल्हन ने आगे कहा कि एक और दिन शेष रहते हुए, यूपीआईटीएस 2025 रिकॉर्ड-तोड़ व्यापार परिणाम प्राप्त करने की राह पर है, जो दीर्घकालिक साझेदारियों, संयुक्त उपक्रमों और निवेश अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा और भारत की निर्यात वृद्धि की कहानी को और आगे बढ़ाएगा।
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