नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- दिल्ली पुलिस के उत्तर-पूर्व जिले ने शनिवार को बेला फार्म, यमुना खादर, शास्त्री पार्क में एक दंगा-रोधी मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया।

इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य स्टाफ की परिचालन दक्षता और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारी का मूल्यांकन करना था। उत्तर-पूर्व जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि यह ड्रिल पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित और सतर्क रखने के लिए आयोजित की गई, ताकि वे किसी भी संकट में प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें।

ड्रिल सुबह ठीक 8 बजे शुरू हुई, जिसमें विभिन्न उपकरणों और वाहनों की कार्यक्षमता का गहन परीक्षण किया गया। वाटर कैनन, वज्र, विक्रांत और एम्बुलेंस के संचालन की जांच की गई, साथ ही स्टाफ की गैस गन और ए.आर.ई. जैसे उपकरणों को संभालने में सतर्कता और कुशलता का आकलन किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा, "यह अभ्यास सुनिश्चित करता है कि हमारी टीम हमेशा आपात स्थितियों के लिए तैयार रहे। सभी कर्मियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।"ड्रिल में कुल 170 पुलिसकर्मियों ने भाग लिया, जिसमें एक एसीपी, सात इंस्पेक्टर, 162 ऊपरी/निचले अधीनस्थ शामिल हुए।

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