अहमदाबाद , नवंबर 26 -- भारतीय डाक विभाग ने उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के सभी डाकघरों और प्रशासनिक कार्यालयों में बुधवार को 'संविधान दिवस' मनाया।

क्षेत्रीय कार्यालय, अहमदाबाद में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने संविधान अंगीकरण की 76वीं वर्षगांठ पर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ, संविधान की उद्देशिका का पाठ और वाचन किया। सभी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उद्देशिका दोहराते हुए संविधान में निहित आदर्शों और मूल्यों के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की।

श्री यादव ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि संविधान सिर्फ किताब नहीं, यह राष्ट्र का मार्गदर्शक है। आज का दिन हमें अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी स्मरण कराता है। डॉ भीमराव अंबेडकर एवं संविधान निर्माताओं ने हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता का ऐसा अद्भुत दस्तावेज दिया जिसने भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया। आज के दिन हम यह संकल्प लें कि संविधान की मर्यादा, नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता को सदैव सर्वोपरि रखेंगे।

पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि संविधान सभा में 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया था। करीब दो वर्ष 11 महीने 17 दिनों की कठोर मेहनत के बाद संविधान को अंतिम रूप दिया गया। उसके मूल स्वरूप में 395 अनुच्छेद, आठ अनुसूचियां और लगभग 1,45,000 शब्द शामिल थे, जिससे यह अब तक का सबसे विस्तृत राष्ट्रीय संविधान बना। बाद में 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अधिसूचना द्वारा 26 नवंबर को प्रतिवर्ष 'संविधान दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।

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