देहरादून , दिसंबर 25 -- उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ देहरादून में बलबीर रोड स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय कूच किया। उन्होंने इस दौरान भाजपा से मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने, जुमे की नमाज की छुट्टी का गजट नोटिफिकेशन दिखाने और उनके पाकिस्तानी जासूस होने के प्रमाण मांगे।
हालांकि श्री हरीश रावत ने भाजपा मुख्यालय के लिए एकाकी मार्च निकालने का निर्णय लिया था, लेकिन उनके साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता भी शामिल हुए। इस दौरान जैसे ही जुलूस नेहरू कॉलोनी के फव्वारा चौक से तेग बहादुर रोड पहुंचा, तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस बीच कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जमकर नोक झोंक भी हुई।
श्री रावत के समर्थक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर अपना आक्रोश जताया।
इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए श्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने उनकी छवि को धूमिल करने के लिए एआई के सहारे उन्हें पाकिस्तानी जासूस बताया है, भाजपा ने छद्म तौर पर संचालित किये जा रहे सोशल मीडिया प्लेटफार्म में उन्हें राष्ट्रद्रोही बताया है, उसमें उन्हें गोली मारकर उनके प्रति नफरत आधारित हिंसा को प्रोत्साहित किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा कृत्रिम बुद्धिमता का दुरुपयोग कर उनकी इस प्रकार की छवि को प्रस्तुत कर रही है, जिससे राज्य का साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़े और उसका केंद्रीय बिंदु वह बनें।
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