उज्जैन , नवंबर 30 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर रविवार को उज्जैन में पवित्र शिप्रा तट पर सामूहिक विवाह का भव्य एवं अद्भुत आयोजन सम्पन्न हुआ। सनातन संस्कृति की परंपराओं, वैदिक मंत्रोच्चार और संतजनों के आशीर्वाद के बीच 22 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। इसी दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव के सुपुत्र डॉ. अभिमन्यु यादव भी डॉ. इशिता पटेल यादव के साथ परिणय सूत्र में बंधे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में विवाह संस्कार जीवन के सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक है। सामूहिक विवाह सामाजिक समरसता, सादगी और लोकहित की भावना का प्रतीक है। उन्होंने सभी नवयुगलों को सुखद दांपत्य जीवन की शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव, राज्यपाल मंगू भाई पटेल, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल सहित अनेक मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में संतजन उपस्थित थे।

प्रख्यात योगगुरु बाबा रामदेव, बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और महामंत्री स्वामी हरि गिरी महाराज सहित अनेक संतों ने भी आशीर्वाद प्रदान किया।

अखाड़ा परिषद, बागेश्वर धाम और संतजनों की ओर से प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई। कार्यक्रम में उपस्थित संतजनों ने कहा कि सामूहिक विवाह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को संबल प्रदान करता है और दहेज व फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का प्रभावी माध्यम है।

कार्यक्रम के दौरान वर-वधुओं की वैदिक रीति से वरमाला, मंत्रोच्चार और कन्यादान की रस्में सम्पन्न हुईं। मुख्यमंत्री के परिवार की ओर से सभी कन्याओं को कन्यादान सामग्री प्रदान की गई। सामूहिक विवाह में सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के जोड़े शामिल हुए, जिससे सामाजिक समरसता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत हुआ।

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