नयी दिल्ली , अक्टूबर 01 -- केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को बताया कि पिछले चार वर्षाे में ई-कचरे और स्क्रैप के निपटान से 3,296.71 करोड़ रुपये की आय हुयी है । इस अभियान में 696.27 लाख वर्ग फुट से अधिक कार्यालय स्थान खाली कराने के बाद इसका उपयोग उत्पादक कार्यों में किया जा रहा है।
श्री सिंह ने यह टिप्पणी गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राजधानी के नेहरू पार्क में भारत सरकार के "विशेष स्वच्छता अभियान 5.0" का शुभारंभ के अवसर पर की।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 137.86 लाख से अधिक फाइलों या तो बंद कर दिया गया या उन्हें हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश भर में 12.04 लाख स्वच्छता स्थलों की पहचान कर उन्हें साफ किया गया है। श्री सिंह ने इन परिणामों के लिए प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) और संबद्ध विभागों की सराहना की।
श्री सिंह ने नेहरू पार्क में व्यक्तिगत रूप से श्रमदान किया और "एक पेड़ माँ के नाम" पहल के तहत वृक्षारोपण अभियान और पुरानी फाइलों को हटाने का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि ये कार्य पर्यावरणीय स्थिरता, नागरिक उत्तरदायित्व, दक्षता, पारदर्शिता और सुशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।
श्री सिंह ने कहा कि 2 अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाले स्वच्छता अभियानों को संस्थागत करने के साथ प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन में बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
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