शिमला , नवंबर 25 -- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मेसर्स विदित हेल्थकेयर के प्रबंध साझेदार और सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज भाटिया की लगभग एक करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है।
जम्मू उप-क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई यह कार्रवाई कोडीन युक्त कफ सिरप को गैरकानूनी रूप से नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन में भेजने के खिलाफ आरोपों के बाद हुई है।
ईडी के अनुसार, नीरज भाटिया और सह-आरोपी निकेत कंसल पर बड़ी मात्रा में कोरेक्स तथा अन्य कोडीन युक्त फॉर्मूलेशन को वैध दवा वितरण चेन के बाहर काम करने वाली इकाइयों तक पहुंचाने का आरोप है।
यह मामला उस समय सामने आया जब जम्मू नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 2018 से 2024 के बीच विदित हेल्थकेयर और उसके सहयोगियों के खिलाफ कोडीन युक्त कफ सिरप (सीबीसीएस) के भेजने के मामले पर दर्ज किया था।
ईडी ने बताया कि गैरकानूनी रूप से डायवर्ट किया गया स्टॉक 16 करोड़ रुपये से अधिक का था, जबकि कुल आपराधिक आय अनुमानित रूप से 2.92 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस साल की शुरुआत में ईडी की टीमों ने भाटिया और कंसल के ठिकानों पर तलाशी ली थी, जिसमें 1.93 करोड़ रुपये नकद और आभूषण बरामद हुए थे। ताजा कुर्की में हरियाणा के पानीपत में विदित हेल्थकेयर के स्वामित्व वाली औद्योगिक भूमि शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि अभी जांच जारी है।
यह कार्रवाई महज 24 घंटे के अंदर सामने आई दूसरी घटना है, जिसमें हरियाणा की एक फार्मास्युटिकल कंपनी के मालिक को हिमाचल प्रदेश की एक फर्म के जाली लाइसेंस का उपयोग कर लद्दाख में नकली दवाएं आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
उस मामले में सिरमौर स्थित हेल्थकेयर कंपनी से जुड़े होने का खुलासा हुआ था, जिसमें एमोक्सिसिलिन और सेफिक्सिम जैसे घटिया एंटीबायोटिक्स का प्रसार हो रहा था।
एक के बाद एक हुई इन दो कार्रवाइयों ने एशिया के सबसे बड़े फार्मास्युटिकल हब बद्दी-बड़ोतीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) में नियामक चूक को लेकर गंभीर चिंता बढ़ा दी है।
पिछले कुछ वर्षों में घटिया या मिलावटी दवाएं बनाने वाली इकाइयों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हुई हैं, जिनमें से कई पर गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं और यहां तक कि मौतें होने के आरोप हैं।
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