चेन्नई , अक्टूबर 13 -- प्रवर्तन निदेशालय ने मध्य प्रदेश में कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' से 20 बच्चों की मौत के बाद धन शोधन जांच के तहत सोमवार को तमिलनाडु औषधि नियंत्रण विभाग और श्रीसन फार्मा के कार्यालयों और अधिकारियों के घर पर छापेमारी की है। साथ ही तमिलनाडु सरकार ने कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया है और इसे स्थायी रूप से बंद करने का आदेश भी दे दिया है।

चेन्नई और पड़ोसी कांचीपुरम जिले के कम से कम सात स्थानों पर तलाशी की है जहां कंपनी का विनिर्माण संयंत्र बना हुआ है और जहां सिरप बनता था।

इससे पहले राज्य सरकार ने श्रीसन फार्मा का निरीक्षण करने में विफल रहने के कारण कांचीपुरम जिले के दो वरिष्ठ औषधि निरीक्षकों को निलंबित कर दिया था।

श्रीसन फार्मा के मालिक जी रंगनाथन (75) को 10 अक्टूबर को मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम ने तमिलनाडु पुलिस के सहयोग से चेन्नई के अशोक नगर इलाके में एक ठिकाने से गिरफ्तार किया था।

ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने अपनी जांच और वर्तमान तलाशी शुरू करने के लिए दो प्राथमिकियों को संज्ञान में लिया था।

पहला मामला कफ सिरप से हुई मौतों के बाद मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था, जबकि दूसरा मामला सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) द्वारा तमिलनाडु औषधि नियंत्रण विभाग के तत्कालीन निदेशक पी.यू. कार्तिकेयन के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले से संबंधित है।

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