बेंगलुरु , दिसंबर 25 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अमेरिकी उपग्रह ब्लू बर्ड 6 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित करने वाले अपने एलवीएम3 रॉकेट के पहले चरण में पहली बार 'इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स' का उपयोग किया है। यह जानकारी इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. वी. नारायणन ने दी।
विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के पूर्व निदेशक और वर्तमान में विशिष्ट प्रोफेसर डॉ. एस. उन्नीकृष्णन ने इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर और उसकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. उन्नीकृष्णन ने बताया कि इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स में एक इलेक्ट्रिक मोटर लगी होती है। यह मोटर मैकेनिकल गियर या स्क्रू सिस्टम को हिलाती है, जिससे अंततः इंजन का नोजल हिलता है। उन्होंने कहा, "यह सरल है, परीक्षण और एकीकरण में आसान है, और हाइड्रोलिक एक्चुएटर की तुलना में हल्का है।"डॉ. उन्नीकृष्णन ने बताया कि दूसरी ओर, इलेक्ट्रोहाइड्रोलिक एक्चुएटर्स एक छोटे आंतरिक हाइड्रोलिक पंप को बिजली देने के लिए इलेक्ट्रिक मोटर का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा, "यह अत्यधिक बल उत्पन्न कर सकता है, लेकिन यह भारी और बड़ा होता है। रिसाव का खतरा बना रहता है और मलबे को फंसने से बचाने के लिए असेंबली के दौरान विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है।"उन्होंने कहा कि इसरो एस200 चरण या राॅकेट के पहले चरण के अलावा हर स्थान पर इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स का उपयोग करता रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एस200 चरण में इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स के उपयोग से रॉकेट की कुल वहन क्षमता पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता है, क्योंकि यह पहले चरण में होता है जहाँ कुछ किलोग्राम वजन का द्रव्यमान उतना संवेदनशील नहीं होता है।
एलवीएम3 एक तीन चरणों वाला रॉकेट है जिसमें दो ठोस स्ट्रैप-ऑन मोटर्स (एस200), एक तरल कोर चरण (एल110), और एक क्रायोजेनिक ऊपरी चरण (सी25) शामिल है। यह रॉकेट भू-तुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में लगभग चार टन और निम्न कक्षा (एलईओ) में 10 टन ले जा सकता है। इसरो इसकी जीटीओ क्षमता को पांच टन तक बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
वीएसएससी के निदेशक ए. राजराजन के अनुसार, इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स के उपयोग से प्रत्येक चरण में पेलोड क्षमता में लगभग 85 किलोग्राम की वृद्धि होगी और पुर्जों की संख्या में कमी आएगी। इस घटक का परीक्षण करके इसे उपयोग के लिए तैयार रखा जा सकता है।
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