हरिद्वार , अक्टूबर 12 -- उत्तराखंड के कनखल स्थित श्री महामृत्युंजय मठ में आश्रम की देखभाल करने वाले वैराग्य पूरी उर्फ विकास पूरी 10 अक्टूबर रात अचानक 28 लाख रुपये और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, वैराग्य पूरी ने वर्ष 2009 में मठ के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी से संन्यास लिया था और उसके बाद से वह मठ का संचालन कर रहा था। स्वामी यमुनापुरी ने उसे अपना उत्तराधिकारी भी घोषित किया था। आश्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि वैराग्य पूरी की यह हरकत पूरी तरह से आश्रम के विश्वास का दुरुपयोग है।
स्वामी यमुनापुरी ने घटना की सूचना कनखल थाने में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत तीन-चार टीमों के साथ वैराग्य पूरी की तलाश कर रही है। आश्रम के अनुयायियों में इस घटना को लेकर चिंता और आक्रोश की स्थिति है।
वैराग्य पूरी के फरार होने से आश्रम की साख और आस्था को भी झटका लगा है। प्रशासन और पुलिस ने आश्रम से जुड़े अन्य लेन-देन की भी जांच शुरू कर दी है।
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