नागपुर, सितंबर 28 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने आज संगठन के 25 गीतों वाले एल्बम 'संघ गीत' का विमोचन किया और इसे मातृभूमि के प्रति समर्पण की अभिव्यक्ति बताया।

इस संकलन को प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन ने गाया है जिन्होंने लॉन्च कार्यक्रम के दौरान दस गीतों का लाइव प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर श्री भागवत ने कहा कि संघ के गीत "स्वयंसेवकों के जीवन की तपस्या और अनुभवों" को दर्शाते हैं।

उन्होंने कहा कि आरएसएस के लगभग हर भारतीय भाषा में गीत हैं, जिनकी अनुमानित संख्या 25,000 से 30,000 के बीच है।

उन्होंने कहा, "इन गीतों का सार समर्पण में निहित है और कई मामलों में इनके रचनाकारों के नाम अज्ञात हैं।" महादेवन के प्रदर्शन की सराहना करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि संघ के गीतों को प्रस्तुत करना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन गायक ने इसे "एक सच्चे स्वयंसेवक की भावना से" प्रस्तुत किया।

उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस की कार्यप्रणाली अद्वितीय और बेजोड़ है, और दावा किया कि मानव विकास का कोई दूसरा मॉडल वैश्विक स्तर पर नहीं उभरा है।

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