गांधीनगर , नवंबर 24 -- केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) ने यहां स्मार्ट पुलिसिंग पर सोमवार से दो दिवसीय कैप्सूल कोर्स शुरू किया है, जिसका उद्देश्य ज़िला पुलिस कर्मियों की दक्षता, तत्परता और तकनीकी क्षमता को मज़बूत करना है।

साबरकांठा के पुलिस अधीक्षक डॉ. पार्थराजसिंह गोहिल ने आज उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा , "आरआरयू की क्षमताएँ अपनी स्मार्ट प्रशिक्षण पहलों के माध्यम से साबरकांठा के सभी पुलिस कर्मियों की सेवा करेंगी। यह हमारे अधिकारियों के लिए अपनी पेशेवर तैयारी को बढ़ाने और वास्तव में स्मार्ट बनने में बेहद मददगार होगा।" उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण 24-25 नवंबर को आयोजित किया जा रहा है और इससे साबरकांठा ज़िले के 167 पुलिस अधिकारी लाभान्वित होंगे।

उन्होंने कहा कि चूँकि पुलिसिंग उभरते डिजिटल खतरों और नए आपराधिक न्याय सुधारों के साथ निरंतर विकसित हो रही है, इसलिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस जाँच तकनीकों, साइबर अपराध जाँच, सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन, अपराध स्थल जाँच और नए लागू किए गए आपराधिक कानूनों जैसे समकालीन मॉड्यूल के माध्यम से परिचालन क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित है।

आरआरयू के रजिस्ट्रार डॉ. धर्मेशकुमार प्रजापति ने सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कानून प्रवर्तन क्षमता निर्माण के प्रतिविश्वविद्यालय के समर्पण की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय देश के सभी पुलिसकर्मियों के लिए दूसरा घर है। राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में निरंतर सीखने, नवाचार और व्यावसायिक विकास के लिए हमारे द्वार खुले हैं।" यह कैप्सूल कोर्स ज़िला-स्तरीय तैयारियों को मज़बूत करने, निरंतर सीखने को प्रोत्साहित करने और साबरकांठा को गुजरात में स्मार्ट पुलिसिंग प्रथाओं के एक उभरते मॉडल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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