पटना , अक्टूबर 16 -- बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन मुक्त बनाये रखने के उद्देश्य से चुनाव आयोग की ओर से लागू की गई आदर्श आचार संहिता के बाद प्रवर्तन एजेंसियों ने व्यापक स्तर पर निगरानी और छापेमारी अभियान तेज कर दिया है।
चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिये नकद राशि, शराब, ड्रग्स, कीमती वस्तुएं और मुफ्त उपहार (फ्रीबीज) जैसे प्रलोभनों को रोकने के लिये चलाये जा रहे इस अभियान में अब तक कुल 45.20 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की जा चुकी है।
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को कुल 4.72 करोड़ राशि मूल्य की जब्तियां हुई है। इसके तहत नकद राशि- 6.3 लाख, शराब- 104.6 लाख, ड्रग्स या नशीले पदार्थ- 285 लाख, कीमती धातु- 0.06 लाख और फ्रीबीज- 79.0 लाख रुपये मूल्य के जब्त किये गये। आयोग के निर्देश पर कुल जब्ती- 472.4 लाख राशि मूल्य की जब्तियां हुई हैं।
वहीं आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक कुल 45.20 करोड़ राशि मूल्य की जब्ती हुई है। इसके तहत नकद राशि- 238 लाख, शराब- 1905.0 लाख, ड्रग्स या नशीले पदार्थ- 1035.6 लाख, कीमती धातु- 494 लाख और फ्रीबीज- 847.7 लाख शामिल रहे।
प्रवर्तन कार्रवाई में जिला प्रशासन, पुलिस, आबकारी विभाग, आयकर विभाग, नारकोटिक्स ब्यूरो, सीमा शुल्क विभाग और फ्लाइंग स्क्वॉड टीमें लगातार संयुक्त रूप से काम कर रही हैं। हाई अलर्ट मोड में चलाये जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और स्वतंत्र बनाना है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने राज्य के सभी जिलों को निर्देश जारी किया है कि वे हर शिकायत पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें और निगरानी तंत्र को और अधिक सशक्त बनायें।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि उसका प्राथमिक उद्देश्य यह है कि राज्य के मतदाता किसी भी प्रकार के दबाव या प्रलोभन के बिना अपने मताधिकार का प्रयोग करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की गरिमा बनी रहे।
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