नयी दिल्ली , दिसम्बर 22 -- देश में विनिर्माण के प्रोत्साहन के लिए सरकार के मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम के अनुरूप सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) ने फ्रांसीसी कंपनी सैफरान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिफेंस के साथ दो सक्षम युद्ध प्रणालियां विकसित करने के लिए सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।रक्षा मंत्रालय की सोमवार पुजारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इस समझौते से इन प्रणालियों के. भारत में विकसित किए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इंडिया ऑप्टेल मिनी नवरत्न रक्षा उपक्रम है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि समझौते के तहत बनायी जाने वाली इन दो सधी युद्ध प्रणालियों में एक सिग्मा 30एन डिजिटल रिंग लेजर जाइरो इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली है जिसका उपयोग तोपखाने, वायु रक्षा प्रणालियों, मिसाइलों और रडारों में किया जाता है। दूसरी सीएम3-एमआर डायरेक्ट फायरिंग साइट प्रणाली को तोपखाने और ड्रोन रोधी प्रणालियों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

सोमवार को राजधानी में रक्षा उत्पादन विभाग के सचिव संजीव कुमार, आईओएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तुषार त्रिपाठी और सैफरान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिफेंस के रक्षा वैश्विक व्यापार इकाई के प्रमुख एलेक्जेंडर जिग्लर की उपस्थिति में इस सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

यह नया समझौता, जनवरी 2024 के समझौता ज्ञापन के आधार पर भारत में इन उन्नत प्रणालियों के विकास और समर्थन के लिए दोनों भागीदारों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

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