पणजी , नवंबर 25 -- 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में दिग्गज अभिनेता धर्मेन्द्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

भारतीय सिनेमा जगत अपने प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक धर्मेंद्र के निधन पर शोकाकुल है। सोमवार, 24 नवंबर को उनका निधन हो गया। आईएफएफआई में धर्मेन्द्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

जाने-माने फिल्म निर्माता राहुल रवैल ने अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि में धर्मेंद्र के साथ गुजारे गए समय की अपनी अनमोल यादें ताज़ा कीं। उन्होंने कहा कि धर्मेन्द्र एक प्रतिष्ठित अभिनेता और अद्भुत इंसान थे। उन्होंने राज कपूर की फ़िल्म "मेरा नाम जोकर" में सहायक निर्देशक के रूप में अपने दिनों को याद करते हुए बताया कि धर्मेंद्र ने ट्रैपीज़ कलाकार महेंद्र कुमार की भूमिका बेजोड़ समर्पण के साथ निभाई थी। उन्होंने बताया कि धर्मेन्द्र एक महीने तक हर रोज़ शाम की फ्लाइट से दिल्ली आते थे, सुबह पांच बजे तक शूटिंग करते थे और फिर "आदमी और इंसान" की शूटिंग जारी रखने के लिए मुंबई लौट जाते थे. यह एक बेहद थकाऊ शेड्यूल था, लेकिन उसका उन्होंने हमेशा पालन किया।

राहुल रवैल ने बेताब (1983) की शूटिंग के दिनों को भी याद किया जो धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल की पहली फिल्म थी। उन्होंने बताया कि कश्मीर में फिल्मांकन के दौरान धर्मेंद्र की एक झलक पाने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती थी। उन्होंने इस बात पर भी गर्व व्यक्त किया कि महान अभिनेता धर्मेंद्र की संतानें उनकी 'शानदार विरासत' को आगे बढ़ा रही हैं।

राहुल रवैल ने भावुक होकर कहा, धरम जी एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके जीवन की सराहना की जानी चाहिए क्योंकि उन्होंने लोगों को बहुत खुशी दी। उन्होंने स्वर्गीय धर्मेंद्र को पितातुल्य बताया जिन्होंने उनके पूरे करियर को आगे बढ़ाने में सहायता की और हर कदम पर समर्थन किया।

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