भिण्ड , नवम्बर 29 -- मध्यप्रदेश के भिण्ड जिला मुख्यालय में शनिवार को ब्राह्मण समाज का आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। समाज के सैकड़ों सदस्य कलेक्ट्रेट से लेकर एसपी कार्यालय तक रैली की शक्ल में पहुंचे और आईएएस संतोष वर्मा तथा फूप थाना प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
कलेक्ट्रेट परिसर में समाज ने आईएएस संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण बेटियों को लेकर की गई कथित अभद्र टिप्पणी का विरोध जताया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन तहसीलदार रंजीत सिकरवार को सौंपा। समाज के प्रतिनिधियों का कहना था कि ऐसी मानसिकता रखने वाला अधिकारी पद पर बने रहने योग्य नहीं है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इसके बाद ब्राह्मण समाज के लोग एसपी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने फूप कस्बे में दीपक शर्मा और प्रमोद शर्मा के परिवार के साथ कथित मारपीट और उत्पीड़न के मामले में टीआई सत्येंद्र राजपूत तथा अन्य पुलिस जवानों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग उठाई। आंदोलनकारियों ने कहा कि टीआई को थाने से हटाकर निलंबित किया जाना चाहिए।
ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि फूप क्षेत्र में टीआई की गुंडागर्दी बढ़ी हुई है और उनके संरक्षण में अवैध वसूली हो रही है। वहीं पीड़ित दीपक शर्मा ने दावा किया कि उनके परिवार के साथ मारपीट कर झूठे केस दर्ज किए गए हैं और रेत व गिट्टी कारोबार में अवैध वसूली के आरोप भी लगाए। परशुराम सेना के जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा कि जिले में ब्राह्मण समाज को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और यदि कार्रवाई नहीं हुई तो समाज उग्र आंदोलन को मजबूर होगा।
ब्राह्मण समाज के संरक्षक भगवानदास बाबा सेंथिया ने कहा कि आईएएस संतोष वर्मा की कथित टिप्पणी समाज में खाई पैदा करने वाली है। ऐसे अधिकारी को तत्काल पद से हटाकर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। पदाधिकारी रमेश दुबे ने भी चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगा।
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