रोपड़ , अक्टूबर 06 -- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रोपड़ ने अपने अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स और पीएचडी छात्रों के लिए एक विशेष स्वागत समारोह आयोजित किया। यह आयोजन संस्थान के वैश्वीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसमें एशिया और अफ्रीका के लगभग दर्जन भर देशों से आये छात्र शामिल हुये।

संस्थान द्वारा सोमवार को यहां जारी विज्ञप्ति अनुसार, आईआईटी के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा अपने स्वीडन में 30 वर्षों के अकादमिक अनुभव को साझा करते हुए अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीयकरण अब विकल्प नहीं, नवाचार के लिए अनिवार्य है।" छात्रों ने अपने देशों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से विविधता और एकता का सुंदर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही, ताईवान एक्सपीरियंस एयुकेशन प्रोग्राम (टीईईपी) से लौटे छात्रों को सम्मानित किया गया।

प्रो. रोहित शर्मा, डीन, अंतरराष्ट्रीय संबंध, ने संस्थान की वैश्विक साझेदारियों, आगामी एक्सचेंज प्रोग्राम्स और नये पहलों की जानकारी दी। कई विभागाध्यक्षों और शोध मार्गदर्शकों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों का समावेश आईआईटी रोपड़ की प्राथमिकता है। छात्रों ने इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। एक नाइजीरियाई पीएचडी छात्र ने कहा, " यह कार्यक्रम हमें यह एहसास दिलाता है कि हम यहां सिर्फ छात्र नहीं, बल्कि आईआईटी रोपड़ परिवार का हिस्सा हैं। "यह आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के उस दृष्टिकोण से मेल खाता है, जो भारतीय शिक्षा को अधिक अंतरराष्ट्रीय बनाने की दिशा में प्रेरित करता है। आईआईटी रोपड़ ने हाल ही में यूरोप, अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका के प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ कई समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।

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