खड़गपुर , दिसंबर 19 -- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने रोबोटिक समर्थित शल्य चिकित्सा क्षेत्र में इंट्यूटिव फाउंडेशन के साथ साझेदारी में एक नये शोध कार्यक्रम की घोषणा की है।

इंट्यूटिव फाउंडेशन एक गैर लाभकारी संस्था है जिसे मिनिमली इनवेसिव केयर में वैश्विक लीडर और रोबोटिक समर्थित शल्य चिकित्सा की अग्रणी इंट्यूटिव सर्जिकल द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।

इस कार्यक्रम का मकसद सर्जिकल केयर के व्यापक डिजिटल मॉडल विकसित करना है जो रोबोटिक प्रक्रिया में सुरक्षित दिशा निर्देश के शुरुआती चरण के ऑटोमेशन को सहयोग कर सकें। इसके साथ इस पहल से सर्जनों को ज़्यादा आत्मविश्वास और निरंतरता के साथ काम करने में मदद मिलने की उम्मीद है। इससे आदर्श और अनुमानित चिकित्सकीय प्रक्रियाओं के माध्यम से मरीज़ों को बेहतर सेवायें मिलेंगी। इन मॉडलों को टेस्ट करने के लिए आईआईटी खड़गपुर दा विंची रिसर्च किट (डीवीआरके) का इस्तेमाल करेगा ।

यह काम एक बहु अनुशासनिक शोध टीम द्वारा निर्देशित किया जाता है और इसे कोलकाता के नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के साथ आईआईटी खड़गपुर के लंबे समय से चले आ रहे सहयोग से समर्थन मिलता है। असली क्लिनिकल सेटिंग्स में कोलेसिस्टेक्टोमी प्रक्रियाओं (पित्ताशय को सर्जरी से हटाना) को बारीकी से ठीक करके, शोधार्थियों को इस बात की वास्तविक जानकारी मिलेगी कि शल्य चिकित्सा कैसे होती है, जिससे उन्हें डिजिटल मॉडल को बेहतर बनाने और यह पहचानने में मदद मिलेगी कि सहायक टूल का सबसे ज़्यादा असर कहाँ हो सकता है।

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