विजयवाड़ा , दिसंबर 24 -- आंध्र प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग आदिवासी क्षेत्रों में स्थित दूरदराज के अस्पतालों में ड्रोन के माध्यम से महत्वपूर्ण दवाएं और 'ब्लड यूनिट' भेजने की तैयारी कर रहा है।
राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में रेडविंग कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
आंध्र प्रदेश स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के आयुक्त जी. वीरपांडियन और रेडविंग कंपनी के प्रतिनिधि के. मदीरेड्डी ने बुधवार को यहां बताया कि अल्लूरी सीताराम राजू जिले के मुख्यालय से लगभग 60 किमी से 80 किमी दूर रहने वाले आदिवासियों के लिए अस्पतालों में ड्रोन के माध्यम से महत्वपूर्ण दवाएं, ब्लड यूनिट और टीके पहुंचाए जाएंगे।
रेडविंग कंपनी अरुणाचल प्रदेश में पहले से ही ड्रोन का उपयोग करके 'एजेंसी क्षेत्रों' में स्थित अस्पतालों में दवाएं और ब्लड यूनिट भेजने का काम कर रही है। आयुक्त ने बताया कि रेडविंग कंपनी ने आंध्र प्रदेश को पहले सात महीनों के लिए मुफ्त सेवा की पेशकश की है। 'एजेंसी क्षेत्रों' में स्थित अस्पतालों को ड्रोन के माध्यम से दवा और ब्लड यूनिट की आपूर्ति जिला मुख्यालय पाडेरू से की जाएगी। प्रत्येक ड्रोन लगभग 2 किलोग्राम वजन की दवाएं ले जा सकता है।
श्री वीरपांडियन ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि दवाएं पहुंचाने के बाद वापस आते समय ड्रोन जिला मुख्यालय पाडेरू की प्रयोगशालाओं में परीक्षण के लिए मरीजों के रक्त और मल के नमूने भी ला सकते हैं। उन्होंने बताया कि वन क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों में ड्रोन पर दवाएं भेजने की अवधारणा को इसलिए अपनाया गया क्योंकि वाहनों में दवाएं और ब्लड यूनिट भेजना बहुत कठिन है और इसमें समय भी बहुत लगता है।
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