विजयवाड़ा, सितंबर 29 -- आंध्र प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र ने लंबे समय से कर्ज से उबरते हुए ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर वित्त वर्ष 2024-25 में 895.12 करोड़ रुपये की बचत की है।
ईंधन और बिजली खरीद लागत समायोजन (एफपीपीसीए) में इन ऐतिहासिक बचत के मद्देनजर आंध्र प्रदेश डिस्कॉम इस वर्ष नवंबर से राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओं को यह पैसा वापस करेगा।
आंध्र प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (एपीईआरसी) ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 20224-25 के लिए जारी 2758.76 करोड़ रुपये या उससे अधिक अपेक्षित बजट की तुलना में एफपीपीसीए के अंतर्गत 1,863.64 करोड़ रुपये खर्च हुए, जिससे 895.12 करोड़ रुपये की बचत हुई।
इससे पहले, एपीईआरसी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उपभोक्ताओं पर 40 पैसे प्रति यूनिट का एफपीपीसीए शुल्क लगाया था। इसमें से अब 895 करोड़ रुपये की बचत हुई है जिसे आंध्र प्रदेश वितरण कम्पनियां उपभोक्ताओं को वापस लौटा देगी।
एपीईआरसी द्वारा की गई गणना के अनुसार उपभोक्ताओं को समान मासिक किस्तों में लगभग 13 पैसे प्रति यूनिट की दर से रिफंड दिया जाएगा तथा यह अपने आप उनके अंतिम बिल में समायोजित हो जाएगा।
अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक की खपत के लिए रिफंड नवंबर 2025 से अक्टूबर 2026 तक मासिक आधार पर जमा किए जाएंगे। यह छूट अक्टूबर महीने के बिजली बिल पर लागू होगी।
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