गुंटूर , दिसंबर 24 -- आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिला प्रशासन ने बुधवार को स्कूली शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए एक अभिनव कार्यक्रम 'मना बड़ी - मना बाध्यता' (हमारा स्कूल - हमारी जिम्मेदारी) शुरू किया।
विशेष रूप से नौवीं और 10वीं कक्षा के छात्रों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने और उच्च शिक्षा एवं रोजगार के अवसरों के बारे में उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। साथ ही इस कार्यक्रम का लक्ष्य 10वीं कक्षा की परीक्षाओं में 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करना है।
इस पहल के हिस्से के रूप में जिलाधिकारी ए. थमीम अंसारिया ने जिले के 185 उच्च विद्यालयों में कार्यक्रम के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए विशेष अधिकारियों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। यह कार्यक्रम नौवीं और 10वीं के छात्रों के बीच मानसिक तनाव को कम करने, पढ़ाई पर उनकी एकाग्रता में सुधार करने, उन विषयों की पहचान करने जिनमें छात्र पीछे रह रहे हैं और उनके डर को दूर करते हुए उन विषयों में प्रभावी प्रशिक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है।
विशेष रूप से नियुक्त अधिकारी परामर्शदाता के रूप में कार्य करेंगे और छात्रों को परामर्श प्रदान करेंगे। विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की जीवन गाथाएं साझा करके भी प्रेरणा दी जाएगी।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि उचित जागरूकता की कमी के कारण कई छात्र मूल्यवान अवसर खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को अच्छा मार्गदर्शन, सुझाव, परामर्श और उच्च शिक्षा एवं रोजगार के अवसरों की जानकारी प्रदान करने से उनके भविष्य के लिए एक मजबूत नींव तैयार होगी।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित