जशपुर , नवंबर 29 -- छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान ख़रीदी शुरू होते ही दलालों की पड़ोसी राज्य झारखंड और ओडिशा से अवैध धान लाकर मुनाफ़ा कमाने की कोशिशें तेज़ हो गईं। सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय धान दलाल बाहरी राज्यों का धान छत्तीसगढ़ में खपाने की तैयारी में जुटे हैं लेकिन जशपुर पुलिस और जिला प्रशासन ने 24 घंटे की सघन निगरानी और नाकाबंदी के ज़रिये कड़ा रुख अपनाया हुआ है।
कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम झारखंड और ओडिशा से लगने वाले हर प्रमुख और ग्रामीण मार्ग पर मुस्तैदी से डटी है। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि संभावित परिवहन की जानकारी पहले ही मिल सके और अवैध धान की आमद को सीमाओं पर ही रोका जा सके।
शनिवार अपराह्न पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, 28 नवंबर को थाना लोदाम पुलिस को समय पर मुखबिर से सूचना मिली कि पोड़ी ग्राम के रास्ते एक संदिग्ध ऑटो तथा तुरी-लोदाम ग्रामीण मार्ग से एक धान लदा पिकअप वाहन जशपुर की ओर आ रहे हैं। सूचना मिलते ही लोदाम पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पोड़ी ग्राम में ऑटो और तुरी-लोदाम मार्ग पर पिकअप को घेराबंदी कर रोका। पूछताछ में ऑटो चालक ने अपना नाम शंकर सिंह (38) निवासी लाटू अंबाटोली, रायडीह थाना, गुमला (झारखंड) बताया और कहा कि वह रायडीह से धान लेकर छत्तीसगढ़ आ रहा था। तलाशी में ऑटो से 14 क्विंटल अवैध धान बरामद हुआ। वहीं, पिकअप चालक आदित्य सिंह (28) निवासी जामटोली, लोदाम थाना (छत्तीसगढ़) ने वाहन को अपने गांव के बृजमोहन का बताया। तलाशी में पिकअप से 40 क्विंटल धान भरी बोरियां मिलीं, जिसे उसने ग्राम क़ासिर, गुमला (झारखंड) से लाना बताया।
पुलिस ने जब दोनों चालकों से धान परिवहन संबंधी दस्तावेज़ मांगे तो वे कोई वैध दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं कर सका। पुलिस ने कुल 54 क्विंटल अवैध धान सहित दोनों वाहनों को जब्त कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही के लिये जिला प्रशासन को सौंप दिया है, जहां मामले पर विधि-सम्मत कार्रवाई जारी है। इससे तीन दिन पहले भी जशपुर पुलिस ने 12 टन 90 क्विंटल अवैध धान सहित एक ट्रक और पिकअप को पकड़ा था, जिससे स्पष्ट है कि अवैध परिवहन पर पुलिस की कार्रवाई सतत जारी है।
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