अल्मोड़ा, सितंबर 30 -- उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जिला प्रशासन की ओर से एक नवाचारी पहल शुरू की गयी है। इस पहल के तहत रामलीला मंचों को जन-जागरूकता पैदा करने का माध्यम बनाया जा रहा है। खासकर गांव-गांव तक समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की जानकारी पहुंचायी जा रही है।

जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय के अनुसार परंपरा और संस्कृति से जुड़े मंच जन-जागरूकता के प्रभावी माध्यम होते हैं। इन माध्यमों से आम लोगों तक बात आसानी से पहुंचायी जा सकती है। इसी सोच के साथ जिला प्रशासन ने रामलीला मंचों को जागरूकता अभियान से जोड़ा है।

उन्होंने कहा कि इन मंचों के माध्यम से दर्शकों को फिलहाल यूसीसी के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उन्हें प्रभावी जानकारी दी जा रही है। इस क्रम में डॉ. विद्या कर्नाटक द्वारा विभिन्न मंचों पर उपस्थित होकर लोगों को सीधी और सरल भाषा में जागरूक किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि दर्शकों को यूसीसी के सामाजिक सरोकारों के संबंध में जानकारी दी जा रही है। लोगों से यूसीसी के तहत वैवाहिक पंजीकरण का आह्वान भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोग इस महत्वाकांक्षी पहल से जुड़ सकें। इसके लिए जिले में यह अभियान आगामी दिनों में भी जारी रहेगा, जिससे गांव-गांव और छोटे कस्बे तक यूसीसी का संदेश पहुंच सके।

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