ईटानगर , अक्टूबर 14 -- अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के दूरस्थ सीमावर्ती इलाके में 20 दिन से लापता सेना के पोर्टर को जीवित बचा लिया गया है। यह पोर्टर असम का रहने वाला है।

रिपोर्टाें के मुताबिक, धेमाजी जिले के अक्षीपुर गांव के श्री उन्नोत ताये को असम के 11 कुलियों के साथ ठेकेदार ताहोंग तमुत ने 17 सितंबर से टेंगो वन और टेंगो टू सीमा क्षेत्रों में पैंगो-जार्जिंग पैदल मार्ग पर काम करने के लिये रखा था।

श्री ताये ड्यूटी से लौटते समय 20 सितंबर को पैंगो गांव से लगभग 25 किलोमीटर दूर मिडक इलाके से लापता हो गये थे और 23 सितंबर को टूटिंग पुलिस थाने में उनकी गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।

इसके बाद टूटिंग थाना प्रभारी एसआई जुमकेन रीना, ओपांग तारोन की अगुवाई में जेएमएस के सदस्य, ताहोंग तमुत की अगुवाई में एक केडीओ टीम और स्थानीय एचजीबी और जीपीसी के मार्गदर्शन में पैंगो और मिगिंग के गांववालों के साथ तलाशी और बचाव अभियान चलाया गया।

यह अभियान घने जंगल, दुर्गम भौगाेलिक क्षेत्रों और शिरापेट नदी के आसपास 21 सितंबर से नौ अक्टूबर तक चलाया गया।

करीब तीन सप्ताह की खोज के बाद 10 अक्टूबर को कुग्गिंग गांव के एक आर्मी पोर्टर लिपुन तलोंग ने श्री ताये को जिंदा, लेकिन मिडक कैंप में बेहोश देखा।

सूचना मिलने पर एक बचाव टीम घटनास्थल पर पहुंची जिसमें पुलिसकर्मी, मेडिकल स्टाफ, जेएमएस और केडीओ के सदस्य तथा अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी, पंगो इकाई के सदस्यों शामिल थे।

टूटिंग के मेडिकल अधिकारी डॉ माकटेल यामपांग ने घटनास्थल पर आपातकालीन उपचार किया। दुर्गम इलाका होने के कारण बचावकर्मियों ने 11 अक्टूबर को श्री ताये को अपनी पीठ पर लादकर करीब 25 किलोमीटर तक नजदीकी सड़क तक पहुंचाया।

उन्हें अगले दिन यींगकियोंग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में 13 अक्टूबर को पासीघाट के बाकिन पर्टिन जनरल अस्पताल में बेहतर उपचार के लिये भेज दिया गया।

उपचार होने के बाद उसी दिन उन्हें परिवार को सौंप दिया गया। बचाव अभियान की सफलता पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए अपर सियांग के डिप्टी कमिश्नर तालो जेरांग ने एसपी टोकन सारिंग और एडीसी (टूटिंग) पांडोव परमे सहित सभी टीमों के साझा प्रयासों की सराहना की।

जिला अधिकारी ने पूरे ऑपरेशन के दौरान निरंतर समर्थन के लिए आदि बाने केबांग, आदि मिशिंग बाने केबांग और आदि मिशिंग पोरी केबांग की भी सराहना की।

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