अयोध्या , नवंबर 25 -- श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्वजारोहण कार्यक्रम के मद्देनज़र अयोध्या में सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए गए हैं। राम मंदिर परिसर के सभी प्रवेश द्वारों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, वहीं श्रद्धालुओं के लिए विशेष 'प्रसाद' भी मंदिर में पहुंचा दिया गया है। पूरा रामपथ फूलों से सजा है, जिससे शहर का माहौल भक्ति और उत्सव से सराबोर हो उठा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह क्षण सदियों पुराने स्वप्न की सिद्धि का प्रतीक बनने जा रहा है। मंदिर के 'शिखर' पर फहराए जाने वाले विशेष ध्वज को अहमदाबाद के एक पैराशूट विशेषज्ञ ने तैयार किया है। ध्वज पर उकेरा गया सूर्य चिन्ह भगवान राम की सूर्यवंशी परंपरा और दिव्य ऊर्जा का प्रतीक होगा।
सुरक्षा कारणों से समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों को मोबाइल फोन लेकर मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उधर, कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे भारत की सभ्यता के "स्वर्णिम अध्याय" की ऐतिहासिक घड़ी बताया। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "आज आस्था, संस्कृति और मानवता के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के पावन हाथों से और पूज्य सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी की गरिमामयी उपस्थिति में राष्ट्र मंदिर-श्रीराम जन्मभूमि मंदिर-के शिखर पर भव्य भगवा ध्वज फहराया जाएगा।"गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अगस्त 2020 में राम मंदिर का शिलान्यास किया था, जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2.77 एकड़ विवादित भूमि मंदिर निर्माण के लिए दिए जाने के एक वर्ष बाद संपन्न हुआ। 22 जनवरी 2024 को उन्होंने रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की भी अगुवाई की थी।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित