अयोध्या , अक्टूबर 13 -- उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि अयोध्या की धरती भारत की चेतना और संस्कृति को ऊर्जा प्रदान करती है।

डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्याल के 30वें दीक्षांत समारोह में उन्होने कहा कि यह भूमि केवल एक तीर्थ नहीं, बल्कि भारत की चेतना और संस्कृति को ऊर्जा प्रदान करने वाली भूमि है। इस पवित्र भूमि से हमें मर्यादा, त्याग और समर्पण की प्रेरणा मिलती है। रामनगरी वह भूमि है जिसने भारत को असीमित ऊर्जा और आस्था दी है।

उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर केवल सम्मान का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। दीक्षांत, शिक्षांत नहीं होता। यह शिक्षा का अंत नहीं बल्कि नई जिम्मेदारियों का प्रारंभ है। अब विद्यार्थियों के सामने एक नया जीवन, नई राह और नए संकल्पों का द्वार खुल रहा है।

उच्च शिक्षा मंत्री उपाध्याय ने छात्रों से कहा कि वे शिक्षा को केवल परीक्षा या नौकरी तक सीमित न रखें। सच्ची शिक्षा वही है जो व्यक्ति में शोध का बोध कराए, भारतीय सभ्यता, संस्कृति और साहित्य के प्रति समर्पण की भावना उत्पन्न करे और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध सिखाए।

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