मास्को, सितंबर 29 -- रूस की जी-20 में प्रतिनिधि स्वेतलाना लुकाश ने दावा किया है कि इस संगठन के देश शुरुआत में रूस के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों के प्रति उदासीन रुख अपनाए हुए थे लेकिन अब अमेरिकी आयात शुल्क के कारण हालात बदल गये हैं।

सुश्री लुकाश ने आरआईए नोवोस्ती को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "गैरकानूनी व्यापार प्रतिबंध एक विवादास्पद मसला है, खासकर जी-20 के भीतर। इसकी खास वजह रूस पर लगायी गयी एकतरफा रोक है। दिलचस्प बात यह है कि जब रूस ने पहले इन रोक पर चिंता जताई थी, तो कई मुल्क इससे बेरुखी दिखा रहे थे और इसे केवल रूस का मामला मानते थे।"उन्होंने कहा, "अब जैसे-जैसे ज़्यादा देश आयात शुल्क के खतरे का सामना कर रहे हैं, उनसे बातचीत में एक बदलाव आ रहा है, एकतरफा कारोबारी रोक और विश्व व्यापार संगठन के कायदों के उल्लंघन पर चर्चा बढ़ रही है।"रुसी प्रतिनिधि ने बताया कि अब नजरिया बदल रहा है और पश्चिमी देश रूस और अन्य देशों पर जो दोहरा रवैया थोप रहे हैं, वे तेज़ी से साफ होते जा रहे हैं। जी-20 में आयात शुल्क के मुद्दे पर शायद ही आम सहमति बने लेकिन यह वार्ता में इतना खास तथ्य तो बना हुआ है, जो जी-20 शिखर सम्मेलन के परिणामों पर असर डाल सके।

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