नयी दिल्ली , अक्टूबर 14 -- ाक विभाग ने बुधवार 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिये सभी प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय डाक सेवायें पुनः आरंभ करने की घोषणा की है।

संचार मंत्रालय का कहना है कि ग्राहक अब किसी भी डाकघर, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र (आईबीसी), या डाक घर निर्यात केंद्र (डीएनके) से या इंडिया पोस्ट के स्वयं-सेवा पोर्टल के माध्यम से अमेरिका में डिलीवरी के लिए सभी प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय मेल-ईएमएस, एयर पार्सल, पंजीकृत पत्र/पैकेट और ट्रैक कियेे गये पैकेट-बुक कर सकते हैं।

भारत ने डाक से अमेरिका भेजे जाने वाले छोटे पार्सलों पर वहां आयात शुल्क की छूट समाप्त करने के 22 अगस्त के सरकारी आदेश के मद्देनजर डाक पार्सल सेवाएं बंद कर दी थी। संचार मंत्रालय की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि डाक विभाग 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए अपनी सभी सेवाएं पुन: शुरू कर रहा है।

अमेरिकी प्रशासन ने 22 अगस्त के उपरोक्त आदेश से डाक से आने वाले सभी सामानों पर डी मिनिमस ( नगण्य मान कर ) व्यवस्था के तहत मिलने वाली शुल्क-छूट निलंबित कर दी थी। इस आदेश के तहत अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी) विभाग को डाक से पहंचने वाले सामानों पर आयात शुल्क के संग्रह और प्रेषण के लिए नये नियम लागू कर दिये गये हैं। उन नियमों के अनुपालन के लिए अवाश्यक तैयारी करने के लिए डाक विभाग ने कई प्रकार की सेवाएं निलंबित कर दी थी।

संचार मंत्रालय ने कहा कि नयी विस्तृत प्रणाली तैयार करने तथा अमेरिका के सीमा शुल्क एवं सुरक्षा विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियों के साथ प्रेषित माल पर प्रेषक द्वारा ही शुल्क भुगतान की व्यवस्था (डीडीपी) कर दिये जाने के बाद डाक विभाग ये सेवाएं बहाल कर रहा है। नयी प्रणाली का दिल्ली तथा महाराष्ट्र सर्किलों में परीक्षण किया जा चुका है, जो सफल रहा है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय डाक ने अब डिलीवरी ड्यूटी पेड (डीडीपी) प्रसंस्करण के लिए एक अनुपालन तंत्र स्थापित कर लिया है। इस तंत्र के अंतर्गत माल भेजने वाले पर ही निर्यात आयात शुल्क और बीमा आदि का खर्च जमा कराने की जिम्मेदारी होती है ताकि माल प्राप्त करने वाले को सहजता से माल प्राप्त हो सके।

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