उरई , दिसंबर 22 -- वीर अभई की नगरी उरई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) कानपुर प्रांत के 65वें अधिवेशन के तहत प्रदर्शनी उदघाटन सत्र शुरु हुआ। प्रदर्शनी उद्घाटन सत्र का नाम 'डॉ. हेडगेवार स्मृति मंडपम' रखा गया है, जो राष्ट्रनिर्माण के विचारों को समर्पित एक प्रेरणास्रोत के रूप में उभरा। प्रदर्शनी में प्रख्यात राष्ट्रवादी विचारक एवं शिक्षाविद् प्रो. यशवंतराव केलकर जी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर उनके जीवन, विचार, शैक्षणिक योगदान एवं संगठनात्मक दृष्टि को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शनी के माध्यम से उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सशक्त प्रयास किया गया है। साथ ही, प्रदर्शनी में कानपुर प्रांत के अंतर्गत आने वाले समस्त जिलों में वर्ष भर आयोजित अभाविप के शैक्षणिक, सामाजिक, रचनात्मक एवं राष्ट्रहित से जुड़े कार्यक्रमों की झांकियां भी प्रदर्शित की गई हैं, जो संगठन की सतत सक्रियता और छात्र-हितैषी कार्यशैली को रेखांकित करती हैं। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री राम ने कहा कि "डॉ. हेडगेवार स्मृति मंडपम जैसी प्रदर्शनी आज के युवाओं को केवल इतिहास से नहीं जोड़ती, बल्कि उन्हें राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध से भी जोड़ती है। विद्यार्थी जब विचारवान बनता है, तभी राष्ट्र सशक्त बनता है।"प्रान्त उपाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि "यह प्रदर्शनी केवल चित्रों का संकलन नहीं, बल्कि विचार, चरित्र और राष्ट्रनिर्माण की कार्यशाला है। प्रो. यशवंतराव केलकर जी का जीवन हमें सिखाता है कि शिक्षा केवल डिग्री नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए दायित्व का बोध है।"उन्होंने वर्ष भर चले संगठनात्मक कार्यों की झांकियों को अभाविप की जीवंतता और प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। इस अवसर पर मंच पर प्रांत सह मंत्री हर्ष जैन, नगर अध्यक्ष श्रवण त्रिपाठी एवं नगर सह मंत्री अमन बुधौलिया उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने प्रदर्शनी की विषयवस्तु, प्रस्तुतीकरण एवं वैचारिक प्रवाह की सराहना की। प्रदर्शनी उद्घाटन सत्र ने अधिवेशन को वैचारिक दृढ़ता और प्रेरक ऊर्जा प्रदान की, जिससे हजारों कार्यकर्ताओं एवं विद्यार्थियों में राष्ट्रनिर्माण के प्रति नव उत्साह का संचार हुआ।

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